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20 हजार की रिश्वत लेते जिला शिक्षा अधिकारी का बाबू पकड़ाया
रिश्वत लेते गिरफ्तार।
पन्ना. रिश्वत खोरी का अड्डा बन चुका जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक बार फिर रिश्वत लेते हुए बाबू को पकडा गया है। इस बार रिश्वत उच्च शिक्षक के पद पर पदस्थापना के लिए मांगी गई थी। परेशान हो चुके शिक्षक ने लोकायुक्त सागर से सम्पर्क किया और तीन दिन की कडी मेहनत कर रिश्वत खोर बाबू को पकडाकर कार्यवाही करवाई।
पूरे मामले में बताया जाता है कि किशोर सिंह राजपूत का हायर सेकेण्डरी स्कूल हाट सिमरिया से हाई स्कूल बिरहासर उच्च पद पर पदोन्नति हुई थी। जिस पर किशोर सिंह राजपूत बकायदा संकुल प्राचार्य गुनौर को आदेश देकर पद स्थापना करने का निवेदन किया। जिस पर संकुल प्राचार्य ने जिला शिक्षा अधिकारी से बात कर किशोर सिंह राजपूत को उच्च पद पर पदस्थापना की। एक माह पढाने के बाद किशोर सिंह राजपूत को आदेश जारी कर पूर्व पद पर जाने का उल्लेख किया गया। जिस पर उन्होने पुनः संकुल प्राचार्य से बात की।
जिस पर उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी से मिलने को कहा। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जब शिक्षक पहुंचा तो वहां पर बाबू महेन्द्र साहू ने उच्च पद का प्रभार देने के एवज में 20 हजार की रिश्वत मांगी गई। जिस पर शिक्षक ने 15 हजार देने की बात कही। जिस पर महेन्द्र साहू ने 20 हजार पर ही काम करने को कहा।
शिक्षक काफी परेशान हो चुका था उसने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का मन बना लिया और वह सीधे सागर पहुंच गया। जहां पर लोकायुक्त को पूरी जानकारी दी। जिसके बाद बुधवार शाम करीब 6 बजे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लिपिक कक्ष मे पैसे देने पहुंचा जैसे ही बाबू का पैसे दिये वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाही कर महेन्द्र साहू को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया और कार्यवाही शुरू कर दी।
जिला शिक्षा अधिकारी की भी संलिप्तता
पीडित शिक्षक किशोर सिंह राजपूत ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में जिला शिक्षा अधिकारी सूर्य भूषण मिश्रा की भी संलिप्तता है। गौरतलब है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लगातार लोकायुक्त द्वारा रिश्वत के मामले में कार्यवाही की जाती रही है। इतना ही नही पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी को भी लोकायुक्त ने रिश्वत के मामले में पकडा था वही कई बाबूओं पर भी कार्यवाही हो चुकी है। लेकिन उसे बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में छुट्टी से लेकर पदस्थापना व वेतन संबंधी कार्यों में पैसा लिया जाता है।
शिक्षक का पदोन्नति का आदेश हुआ था लेकिन उसे पदोन्नति नही दी जा रही है। पदोन्नति देने के लिए डीईओं की मंशा अनुसार लिपिक महेन्द्र साहू ने 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी, जिस पर आज 20 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्यवाही जारी है। - मंजू सिंह डीएसपी लोकायुक्त, सागर
Neelam Dwivedi | रीवा रियासत
नीलम द्विवेदी जर्नलिज़्म से स्नात्कोत्तर हैं। 2016 से रीवा रियासत डॉट कॉम में बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं। इन्हें देश-दुनिया, राजनीति के अलावा स्पोर्ट्स, हेल्थ, होम डेकोर, रिलेशनशिप, लाइफस्टाइल और एंटर्टेंमेंट जैसे टॉपिक्स पर लिखने का अनुभव है। इसके अलावा खाली समय में नेचर को एक्सप्लोर करना पसंद करती हैं। साथ ही म्यूजिक, थिएटर और किताबों में भी इनकी बहुत रुचि है।