- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- मध्य प्रदेश के बाघों...
मध्य प्रदेश के बाघों को कुत्तों से खतरा! Tigers को बचाने के लिए Dogs को वैक्सीन लग रही
Madhya Pradesh's tigers are in danger from dogs: मध्य प्रदेश के बाघों (Tigers Of MP) को कुत्तों से खतरा है. बात सुनने में अजीब और हास्यास्पद लगती है मगर सच है. कुत्ते बाघों के लिए जानलेवा हो सकते हैं. और अब इसका प्रभाव एमपी के टाइगर रिजर्व में रहने वाले बाघों पर पड़ने की आशंका है. जिसके तहत टाइगर रिजर्व के आसपास भटकने वाले आवारा कुत्तों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है.
बाघ को कुत्तों से क्या खतरा है?
Tiger Reserve के आसपास के गांव में रह रहे आवारा कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण किया जायेगा. मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र के आस-पास के गांव में Panna Tiger Reserve प्रबंधन की ओर कुत्तों का वेक्सिनेशन कराया जाएगा. इसको लेकर पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है.
मिडिया रिपोर्ट्स की माने तो कुत्तों से बाघों और अन्य वन्य जीवों को जानलेवा बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है. कैनाइन डिसटेंपर (Canine Distemper) नामक वायरस से बाघों को यह खतरा पैदा हुआ है. Canine Distemper कुत्तों में फैलने वाला वायरस है. जिसे शार्ट में CDV कहते हैं. अगर यह वायरस बाघों तक चला गया तो उनके संरक्षण पर गंभीर असर पड़ सकता है.
कुत्तों के चलते बाघों की मौत हुई है
पन्ना नेशनल पार्क में पहले भी कुत्तों की बिमारियों के चलते बाघों की मौत हुई है. कुत्ते में पाए जाने वाला वायरस जब बाघों तक पहुंच जाता है तो वह शिकार करने के काबिल नहीं बचते हैं और भूख से उनकी मौत हो जाती है. इसी लिए अब वायरस के फैलाव को रोकने के लिए टाइगर रिजर्व के आसपास रहने वाले कुत्तों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया है. ताकि वायरस से कुत्ते भी बचे रहें और बाघ भी सुरक्षित रहें