पन्ना

एमपी के पन्ना स्थित आदिवासी बाहुल्य गांव का हाल बेहाल, जान जोखिम में डाल नाला पार कर स्कूल जाते हैं नौनिहाल

Sanjay Patel
31 Aug 2023 5:10 PM IST
एमपी के पन्ना स्थित आदिवासी बाहुल्य गांव का हाल बेहाल, जान जोखिम में डाल नाला पार कर स्कूल जाते हैं नौनिहाल
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MP News: मध्यप्रदेश के पन्ना स्थित आदिवासी बाहुल्य गांव का हाल बेहाल है। यहां गांव में स्कूल नहीं होने के कारण नौनिहाल एक किलोमीटर दूर पढ़ाई करने जाने को विवश हैं।

मध्यप्रदेश के पन्ना स्थित आदिवासी बाहुल्य गांव का हाल बेहाल है। यहां गांव में स्कूल नहीं होने के कारण नौनिहाल एक किलोमीटर दूर पढ़ाई करने जाने को विवश हैं। बारिश के दिनों में उनकी मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। इस दौरान रास्ते में पड़ने वाला नाला उफान पर आ जाता है। ऐसे में दूसरा मार्ग नहीं होने के कारण नौनिहाल अपनी जान जोखिम में डाल नाला पारकर विद्यालय पहुंचने को मजबूर हैं। ऐसे में किसी भी दिन अनहोनी की घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

कक्षा पहली से आठवीं तक पढ़ाई करने जाते हैं छात्र

यह मामला एमपी के पन्ना जिले के आदिवासी बाहुल्य गांव पाली व बिजवारा का प्रकाश में आया है। यहां के नौनिहालों को स्कूल जाने के लिए कच्चे रास्ते से जाना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में रास्ते में पड़ने वाला नाला इनके लिए मुसीबत बन जाता है। नाले में जलभराव होने के कारण यह उसे अपनी जान जोखिम में डालकर पार करते हैं इसके बाद विद्यालय पहुंचते हैं। बताया गया है कि बृजपुर क्षेत्र की आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत रहुनियां के बिजवारा में कोई शासकीय विद्यालय नहीं है। ऐसे में बच्चों को कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक की पढ़ाई करने के लिए एक किलोमीटर दूर स्थित माध्यमिक शाला पाली जाना पड़ता है।

नहीं बनी पुलिया, मार्ग भी खतरनाक

बताया गया है कि गांव के बच्चों के लिए अपने स्कूल तक पहुंचने के मार्ग भी काफी खतरनाक है। बिजवारा से पाली तक के लिए सड़क नहीं बनी है। बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए जंगल स्थित खेतों से होकर गांव से विद्यालय जाना पड़ता है और वापस लौटना पड़ता है। मार्ग में पड़ने वाले नाले पर पुलिया का निर्माण नहीं होने से यह स्थिति निर्मित है। इसके साथ ही सड़क का भी निर्माण नहीं हो सका है। जनवरी महीने तक इस नाले में घुटनों तक पानी बहता रहता है। ऐसे में छात्र काफी परेशान होते हैं।

अभिभावक रहते हैं चिंतित

छात्रों को स्कूल जाने और स्कूल से घर तक आने के लिए घुटनों तक भरे नाले से होकर गुजरना पड़ता है। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है। ग्रामीणों व स्कूल प्रबंधन द्वारा इस मामले की शिकायत जिले के आला अधिकारियों से भी की गई किंतु इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बच्चों के अभिभावक ही नहीं बल्कि स्कूल के शिक्षक भी छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं। जानकारी के अनुसार पाली गांव के प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला में कक्षा पहली से आठवीं तक कुल 44 छात्र दर्ज हैं। जिसमें पाली गांव के आधा दर्जन बच्चे ही हैं। शेष सभी बच्चे बिजवारा गांव के हैं जिनको स्कूल आने-जाने में काफी समस्या हो रही है।

तेज बारिश में बंद हो जाता है मार्ग

पन्ना स्थित बिजवारा के छात्र एक किलोमीटर दूर माध्यमिक शाला पाली पढ़ाई करने के लिए जाते हैं किंतु मार्ग में पड़ने वाला नाला इनकी समस्या को और बढ़ा देता है। जब तेज बारिश होती है तो नाला पूरी तरह से उफान पर आ जाता है ऐसे में एकमात्र यही रास्ता स्कूल तक जाने के लिए होने के कारण छात्र स्कूल नहीं जा पाते। ऐसे में उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। स्कूल के प्रभारी इंद्र प्रसाद प्रजापति के मुताबिक जब भी नाला में ज्यादा पानी आ जाता है तो बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में स्कूल के समय सुबह-शाम बच्चों को नाला पार कराने के लिए शिक्षकों को वहां मौजूद रहना पड़ता है।

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