World Population November 2022: 15 नवंबर को 8 अरब हो जाएगी धरती पर मनुष्यों की आबादी
दुनिया की आबादी 2022: पिछले कुछ सालों में कई देशों की जनसंख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। हालांकि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ व नौकरियों सहित अन्य क्षेत्रों में होने वाले नुकसान के चलते जनसंख्या वृद्धि पर कुछ हद तक अंकुश भी लग पाया है। डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार 15 नवंबर को धरती पर मनुष्यों की आबादी 8 अरब हो जाएगी। वहीं वर्ष 2023 तक 8.5 अरब तक आबादी पहुंच सकती है। रिपोर्ट के अनुसार साल 2100 तक धरती पर इंसानों की जनसंख्या 10.4 अरब तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है।
जनसंख्या में 1 प्रतिशत हो सकती है कमी
प्रजनन क्षमता में गिरावट के कारण वर्ष 2022 से 2050 के बीच 61 देशों की जनंसख्या में 1 प्रतिशत या उससे अधिक की कमी हो सकती है। उक्त बातें विल्सन सेंटर थिंक टैंक के शोध में सामने आई हैं। एनजीओ प्रोजेक्ट ड्रॉडाउन का कहना है कि धरती पर संसाधनों को लम्बे समय तक बचाने के लिए ग्लोबल वार्मिंग को रोकना आवश्यक है। लगातार बढ़ रही जनंसख्या की दर में कमी लाने की आवश्यकता है।
2050 में कितनी होगी मनुष्यों की आबादी
आने वाले दशकों में भी लगातार जनसंख्या में बढ़ोत्तरी जारी रहेगी। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 2050 तक धरती पर बढ़ते-बढ़ते मनुष्यों की संख्या 9.7 अरब तक पहुंच जाएगी। वहीं 65 साल और उससे अधिक आयु में वैश्विक जनसंख्या का हिस्सा 2022 में 10 प्रतिशत से बढ़कर 2050 में 16 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है। सीनियर सिटीजन की बढ़ती संख्या को लेकर यूएन ने इनकी सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सेदारी के लिए अनुकूल कदम उठाने की आवश्यकता है।
72 सालों में 3 गुना बढ़ी आबादी
वर्ष 1950 से 2022 तक दुनिया की आबादी में लगभग 3 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। गत वर्षों में कोरोना महामारी ने भी जनसंख्या परिवर्तन के सभी तीन घटकों को प्रभावित किया है। 2021 में जन्म के समय वैश्विक जीवन प्रत्याशा गिरकर 71.0 हो गई। कुछ देशों में वायरस की लगातार लहरों ने गर्भधारण को प्रभावित करने के साथ ही जन्म की संख्या को भी प्रभावित किया है।
रोकना होगा जनसंख्या विस्फोट
लगातार बढ़ रही आबादी को लेकर जहां केन्द्र व प्रदेश सरकारें चिंतित हैं तो वहीं उनके द्वारा इस पर अंकुश लगाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं भी संचालित की गई हैं। जनसंख्या दर में कमी लाने के लिए लोगों को जागरुक होना होगा तभी जनसंख्या विस्फोट होने से रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों को सरकार द्वारा परिवार नियोजन के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। अन्यथा जनसंख्या विस्फोट का दंश लोगों को बेरोजगारी, भुखमरी सहित अन्य रूपों में झेलना पड़ेगा।