धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर के खिलाफ केस क्यों दर्ज हुआ?
Case registered against Dhirendra Shastri and Devkinandan Thakur: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. दोनों के ऊपर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप हैं. दोनों राजस्थान के युदयपुर में धर्म सभा के आयोजन में पहुंचे थे. आरोप है कि यहीं दोनों धार्मिक गुरुओं ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला बयान दिया है.
@bageshwardham के धीरेंद्र शास्त्री जी और @DN_Thakur_Ji जी पर राजस्थान में FIR की गई है।
— प्रशासक समिति /Prashasak Samiti ®️ (@OfficialTeamPs) March 25, 2023
क्या इसीलिए बुलाया था राजस्थान?
क्या @OfficialTeamSds की तरह पूरे देश में इस FIR का विरोध करेंगे हिंदू?
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आरोप है कि देवकीनंदन ठाकुर और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लोगों को हरे 'झंडे हटाओ, भगवा फहराओ' का नारा देकर उकसाने की कोशिश की है. दोनों के खिलाफ हाथीपोल थाने में FIR दर्ज हुई है.
धीरेंद्र शास्त्री पर FIR क्यों दर्ज हुई
23 मार्च को उदयपुर के गांधी ग्राउंड में आयोजित धर्म सभा में धीरेंद्र शास्त्री ने एक बयान दिया जो लोगों को विवादित लगा. हालांकि उन्होंने अपने बयान में किसी धर्म, पंथ या मजहब के बारे में कुछ नहीं कहा
धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा- 'डरते तो हम किसी के बाप से नहीं हैं. डरते तो वो हैं, जो बुजदिल होते हैं. हम तो वो हैं, जो कुंभलगढ़ किले में भी भगवा झंडा लगवाकर मानेंगे.'
आरोप है कि बाबा के इस स्टेटमेंट के बाद कुंभलगढ़ के दुर्ग में पहुंचकर 5 लोगों ने उत्पात मचा दिया। इस मामले में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर IPC 153 के तहत मामला दर्ज हुआ. और इसी मामले में देवकीनंदन ठाकुर पर भी FIR हुई
गौरतलब है कि दोनों के खिलाफ FIR राजस्थान में हुई है, राजस्थान कांग्रेस शासित प्रदेश है. हालांकि राजस्थान की पुलिस FIR दर्ज करने के बाद इस मामले में अबतक कुछ कर नहीं पाई है.