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असम सीएम हेमंत बिस्वा और सद्गुरु जग्गी वासुदेव के खिलाफ शिकायत क्यों दर्ज हुई

असम सीएम हेमंत बिस्वा और सद्गुरु जग्गी वासुदेव के खिलाफ शिकायत क्यों दर्ज हुई
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Hemant Biswa and Sadhguru News: असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा और सद्गुरु जग्गी वासुदेव के खिलाफ कई आरोप लगे हैं

Hemant Biswa Sadhguru Jaggi Vasudev News: असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा (Hemant Biswa) और स्प्रिचुअल गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) के खिलाफ एक एक्टिविस्ट ने शिकायत दर्ज करवाई है. आरोप है कि असम सीएम और सद्गुरु रात के वक़्त काजीरंगा नेशनल पार्क (Kaziranga National Park) में नाइट सफारी के लिए गए थे जो वन्यजीव संरक्षण कानून का उल्लंघन है

एक्टिविट्स सोनेश्वर नारा और प्रबीन पेगू ने सद्गुरु और हेमंत बिस्वा पर काजीरंगा नेशनल पार्क में नाईट सफारी और वन्यजीव संरक्षण कानून (Wild Animals Protection Act) तोड़ने के आरोप लगाए हैं. कहा गया है कि दोनों ने सूरज ढलने के बाद जीप में सफारी की जो वन्यजीव संरक्षण कानून के खिलाफ है.

असम सीएम और सद्गुरु के खिलाफ ऐसे आरोप लगाने वाले का खा है कि नियमानुसार नेशनल पार्क के अंदर नाइट सफारी नहीं हो सकती उन्होंने Wildlife Protection Act 1972 का हवाला देते हुए कहा है कि यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट काजीरंगा नेशनल पार्क एक सींग वाले गैंडे का घर है। हेमंत बिस्वा और सद्गुरु ने संरक्षित वन्य प्राणियों को रात के वक़्त परेशान किया है.

सीएम ने कहा कोई कानून नहीं टूटा

इन आरोपों के बाद असम सीएम का बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि हमने और सद्गुरु ने राज्य टूरिज्म मिनिस्टर जयंत मल्ला बरुआ के निर्धारित समय के अनुसार की नेशनल पार्क में एंट्री ली थी. हमने कोई कानून नहीं तोडा है.

वन्यजीव कानून के मुताबिक वार्डन रात के वक़्त भी प्रोटेक्टेड एरिया में प्रवेश की अनुमति दे सकता है. कोई भी कानून रात के वक़्त लोगों को प्रवेश देने से रोक नहीं सकता है. सद्गुरु ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए कहा है कि मुझे और ईशा फाउंडेशन को सरकार ने आमंत्रित किया था. हमारा मानना है कि इस विशेष मौके के लिए सरकार की तरफ से सभी जरूरी अनुमति ली गई थी.

इस मामले में FIR तो दर्ज नहीं हुई है मगर जांच शुरू हो गई. सीएम का कहना है कि फारेस्ट डिपार्टमेंट ने ही मुझे और सद्गुरु को नाइट सफारी के लिए आमंत्रित किया था.

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