कौन है बबलू श्रीवास्तव, जिसपर पाकिस्तान ने आतंकी हाफिज सईद के घर में ब्लास्ट करने का आरोप लगाया है
Story Of Babloo Srivastava: पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत के रहने वाले बबलू श्रीवास्तव ने ही हाफिज सईद के घर के बहार बॉम ब्लास्ट किया था. इस धमाके में तीन पाकिस्तानी मारे गए थे और इसके पीछे बबलू श्रीवास्तव का हाथ था. पाक के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करते हुए कहा है कि 2021 में हुए इस बम धमाके में Babloo Srivastava की भूमिका थी.
राणा सनाउल्लाह ने कहा कि बबलू श्रीवास्तव एक रॉ एजेंट है (RAW Agent) है. उसने कहा कि भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी के दो एजेंटों बबलू श्रीवास्तव और अली बुदेश ने हाफिज सईद के घर के बाहर धमाका किया था. बता दें कि पाक जिन दो लोगों पर धमाके का आरोप लगाकर उन्हें RAW एजेंट कह रहा है उनमे से एक की मौत हो गई है और एक जेल में है.
हाफिज सईद ब्लास्ट केस
बात 23 जून 2021 की है. मुंबई में हुए 26/11 हमले के मास्टरमाइंड आतंकी और लश्कर ए तैयबा का आका हाफिज सईद मरते मरते बच गया था. उसके घर के बाहर धमाका हुआ था जिसमे तीन पाकी लोग मर गए थे. और 24 लोग घायल हुए थे. पाकी पुलिस कहती है कि इस धमाके में 200 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था. जब यह विस्फोट हुआ तब आतंकी अपने घर में था बदकिस्मती से वो बाहर नहीं निकला वरना 76 हूरों तक पहुंचने का टिकट उसी दिन कट जाता। खैर हाफिज अभी लाहौर की कोट लखपत जेल में कैद है.
पाक पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था जिसमे से एक का नाम डेविड था. पाक का आरोप है कि डेविड RAW से मिला हुआ था. बबलू और अली बुदेश ही डेविड को पैसे देते थे.
बबलू श्रीवास्तव कौन है
बबलू ने ही हाफिज सईद के घर के बहार ब्लास्ट करने का कारनामा किया और वह RAW एजेंट है यह दावा सिर्फ पाकिस्तान करता है. बाकी बबलू श्रीवास्तव तो यूपी की बरेली में अन्य जुर्मों की सज़ा काट रहा है.
कहा जाता है कि ओम प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ़ बबलू डॉन हुआ करता था. कॉलेज के टाइम से ही वह गुंडागर्दी करने लगा था. 1982 में बबलू लखनऊ विश्वविद्यालय से वलाकत की पढाई कर रहा था. वह स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन में भी था. इसी दौरान एक दूसरे छात्र को चाक़ू मारने की घटना हुई थी. जिसे चाक़ू लगा था वो लखनऊ के माफिया कहे जाने वाले अरुण शुक्ला का खास आदमी था.. अरुण शुक्ला के कहने पर पुलिस ने बबलू को गिरफ्तार किया था.
बबलू जेल गया तो उसकी मुलाकात गैंगस्टर राम गोपाल मिश्रा से हुई. और यहीं से बबलू एक गैंगस्टर बना. बबलू जेल से आया तो बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक अपना नेटवर्क फैला लिया। वह किडनैपिंग, फिरौती करने लगा. उसे किडनैपिंग किंग कहा जाने लगा. पुलिस बबलू के खिलाफ फाइल पर फाइल बना रही थी लेकिन उसे कोई छू नहीं पाता था.
1990 तक बबलू डॉन बन गया. दो साल बाद उसका संपर्क दाऊद इब्राहिम से हुआ. तब उसका भौकाल और टाइट हो गया. बबलू विदेश में बैठकर इंडिया में अपनी गैंग ऑपरेट करता था. लेकिन 1993 में दाऊद ने मुंबई बम धमाके करवाए तो बबलू ने दाऊद का साथ छोड़ दिया।
1995 में बबलू श्रीवास्तव सिंगापूर से पकड़ा गया. उसे इंडिया लाया गया और तब से वो यूपी की बरेली जेल में बंद है.