RBI ने कब छापा था 10000 का नोट, कितनी भाषाओं में लिखा होता है 'रुपया'? जानें
Indian Currency Interesting Facts: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नहीं ने भारतीय करेंसी में अंकित महात्मा गांधी की फोटो के साथ माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की फोटो अंकित करने का बयान दिया। लेकिन इस बयान के बाद पूरे राजनैतिक सूबे में नोट में फोटो अंकित करने के तरह-तरह के बयान जारी होने लगे। कोई अंबेडकर की फोटो की मांग कर रहा है तो कोई शिवाजी की। शायद बयान जारी करने वालों को नोटों के बारे में बहुत कुछ जानकारी नहीं होगी। आइए जाने नोटों के कुछ रोचक तथ्यों के बारे में।
दो बार छापा जा चुका है 10 हजार का नोट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा वर्ष 1938 में 10 हजार रुपए का नोट छापा गया। लेकिन इसे 1946 में डिमॉनेटाइज कर दिया गया। फिर एक बार 1954 में 10 हजार रुपए का नोट छाप आ गया मगर 1978 आते-आते डिमॉनेटाइज किया गया।
भाषाओं में लिखी होती है नोट की कीमत
नोट में लिखा हुआ अंक उसकी कीमत दर्शाता है। अगर नोट पर 100 लिखा है तो उस नोट की कीमत 100 रूपये होती है। इस तरह आपको जानकर हैरानी होगी कि नोट पर भारत की 15 भाषाओं में नोट की कीमत लिखी होती है। नोट के केंद्र में प्रमुख रूप से हिंदी और नोट के पीछे अंग्रेजी में नोट की कीमत लिखी होती है।
एक ही सीरियल नंबर के होते हैं नोट
नोटों पर सीरियल नंबर अंकित किया हुआ होता है। ऐसे में प्रश्न उठता है क्या एक ही सीरियल नंबर के दो नोट हो सकते हैं। इस पर रिजर्व बैंक का कहना है कि हां एक ही सीरियल नंबर के दो या दो से अधिक नोट हो सकते हैं। लेकिन उनमें भी पूर्णरूपेण समानता नहीं होती।
बताया गया है कि इन नोटों में अलग-अलग इनसेट लेटर होता है। छपाई का वर्ष लागू होगा, या फिर आरबीआई के अलग-अलग गवर्नर के हस्ताक्षर होंगे।
होती है राष्ट्रपिता की फोटो
नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो अंकित होती है। तो वहीं दूसरी ओर किसी एक ऐतिहासिक इमारत की तस्वीर छपी होती है। 2000 के नोट पर दूसरी और मंगलयान की तस्वीर छपी हुई है। तो वही अन्य कीमत के नोटों में अलग-अलग राष्ट्र के प्रमुख स्थानों की फोटो अंकित हैं।