राहुल गांधी ने जो अध्यादेश फाड़ा था वो किस बारे में था?
राहुल गांधी को लालू का श्राप: राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म हो गई, इस मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि 'जब चारा घोटाले में आदेश आया था और लालू प्रसाद यादव की सदस्य्ता जाने वाली थी, उस समय राहुल गांधी लालू से मिलते तक नहीं थे, राहुल ने तब ऐसे मामले में अपील के प्रावधान से जुड़े अध्यदेश को फाड़ा था, लालू जी ने उस समय राहुल गांधी को श्राप दिया था.
राहुल गांधी ने कौन सा अध्यादेश फाड़ा था?
बात 24 सितंबर 2013 की है, तब देश में कांग्रेस की सत्ता का आखिरी साल चल रहा था. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे और उन्होंने एक अध्यादेश की खूबियां बताने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. इसी कॉन्फ्रेंस में जिस अध्यादेश की तारीफ होनी थी उसी अध्यादेश को राहुल गांधी ने सबके सामने फाड़ कर फेंक दिया था और इसे बकवास बताया था. जिसके बाद मनमोहन सिंह ने अध्यादेश को वापस ले लिया था.
2013 में जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि, सांसद/विधायक को 2 या दो साल से अधिक सज़ा मिलने पर उसकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से खत्म हो जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मनमोहन सरकार एक अध्यादेश लेकर आई थी. ताकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला निष्प्रभवि हो जाए. लेकिन राहुल गांधी ने उसी अध्यादेश को फाड़ दिया। आज राहुल गांधी को यह मेहसूस हो रहा होगा कि काश वो उस अधयादेश को ना फाड़ते
तो 8 साल के लिए बैठ जाएंगे राहुल गांधी
अगर राहुल गांधी सूरत कोर्ट के निर्णय के खिलाफ और अपनी संसद सदस्यता रद्द करने के खिलाफ अपर कोर्ट गए और वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली तो राहुल गांधी को 8 साल तक बैठे रहना पड़ेगा। उन्हें दो साल की सज़ा होगी और अगले 6 साल के लिए वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।