AIIMS में जल्दी इलाज पाने के लिए क्या करें? ये प्रोसेस फॉलो करने के बाद VIP ट्रीटमेंट मिल जाएगा
एम्स में जल्दी इलाज कैसे मिलेगा: अगर आपको AIIMS में जल्दी इलाज पाने का तरीका जानना है तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं. हमें मालूम है आपके घर में कोई बीमार होगा तभी अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई है. AIIMS में अच्छा और सस्ता इलाज मिलता है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि वेटिंग लिस्ट कनफरम होने तक मरीज का स्वर्गवास हो जाता है. AIIMS की इमेज ऐसी बन गई है कि आम आदमी के लिए समय पर इलाज मिल पाना एक कल्पना मात्र रह गया है. मगर एम्स के डाइरेक्टर ने ऐसा फरमान जारी कर दिया है जिससे आपको ना सिर्फ जल्दी भर्ती मिलेगी बल्कि VIP ट्रीटमेंट होगा।
एम्स में जल्दी इलाज पाने के लिए क्या करना पड़ेगा
What to do to get early treatment in AIIMS: AIIMS में जल्दी इलाज पाने के लिए आपको सिर्फ एक काम करना पड़ेगा, या तो किसी सांसद यानी MP से दोस्ती कर लीजिये या उसके सामने जाकर हाथ-पैर जोड़िये। ये हम नहीं खुद AIIMS के डायरेक्टर के द्वारा जारी फरमान में लिखा है.
अक्टूबर की 17 तारिख को AIIMS डायरेक्टर डॉ एम श्रीनिवास ने SOP जारी किया, ये SOP सांसदों और उनके करीबियों के इलाज के लिए जारी किया गया है.
लिखा गया है कि- AIIMS मैनेजमेंट के कंट्रोल रूम में ड्यूटी ऑफिसर हर वक़्त तैनात रहेगा जो हॉस्पिटल का एक डॉक्टर ही होगा। जिसकी ये जिम्मेदारी होगी कि सांसद को बिना देरी से अच्छा इलाज दिया जाए और इसके लिए वहां तीन लैंडलाइन और मोबाइल होगा। इसके अलावा दिन का अपॉइंटमेंट होगा, उस दिन सांसद, एम्स के कंट्रोल रूम में पहुंचेंगे और वहां से अस्पताल का प्रशासन उन्हें डॉक्टर तक पहुंचाएगा.
ठीक है इस आदेश में सांसद को VIP ट्रीटमेंट देना समझ में आता है मगर पत्र के लास्ट में जो लिखा है वो दिमाग खराब कर देता है
SOP में आगे लिखा है- अगर कोई व्यक्ति सांसद की शिफारिश से AIIMS में इलाज के लिए आता है तो अस्पताल का मिडिया और प्रोटोकॉल डिवीजन उसे उचित सहयता देगा। मतलब अगर आपका अपने जिले या किसी भी जिले के सांसद से ठीक ठाक व्यव्हार है तो आपको AIIMS में जल्दी इलाज मिल सकता है। नहीं है तो आप भी लम्बी वेटिंग लिस्ट में अपने नंबर के आने का इंतज़ार करिये
AIIMS VIP Culture को बढ़ावा दे रहा
इस SOP के जारी होने के बाद AIIMS के डॉक्टर्स ने निंदा की है साथ ही फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने इस SOP की निंदा की है.
We condemn VIP culture. No patient should suffer at the cost of another's privileges. THAT being said, having a protocol to streamline things should not be viewed as derogatory, provided it doesn't hamper patient care. #equityinhealth @soumya_pillai @hemantrajora_ @OfficeOf_MM
— FORDA INDIA (@FordaIndia) October 19, 2022
लोगों का कहना है कि AIIMS आम आदमी को लंबी लाइन में रखता है और सांसद और उनके करीबियों को VIP ट्रीटमेंट देने की बात करता है. ऐसे में भारत से VIP Culture खत्म कैसे होगा