What Is SCO: एससीओ क्या है, कितने देश SCO से जुड़े हैं, गठन कब और किस लिए हुआ?
SCO Meeting India 2023: गुरुवार 4 मई यानी को गोवा में SCO मीटिंग का आयोजन किया गया है. इस मीटिंग को मीडिया में इतना इसी लिए उछाला जा रहा है क्योंकी 12 साल बाद पाकिस्तान का कोई विदेश मंत्री इंडिया आ रहा है. पाकी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो SCO मीटिंग में शामिल होने के लिए इंडिया आए हैं.
भारत के विदेश मंत्री एस जय शंकर की अध्यक्षता में SCO मीटिंग होगी जिसमे चीन, रूस, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शामिल होंगे। हालांकि इस मीटिंग में पाकिस्तानी विदेश मंत्री के आने के बाद भी उनसे यहां के विदेश मंत्री बात करेंगे या नहीं कोई तय नहीं है. दोनों देशों के बीच लंबे समय से बातचीत बंद है
SCO क्या है?
SCO 4 देशों का एक संघ है. जिसका फुलफॉर्म Shanghai Cooperation Organisation,(शंघाई कोर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन है. इस संगठन में भारत, रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान शामिल है.
SCO का गठन कब और क्यों हुआ
When and why SCO was formed: बात 1991 की है. तब रूस सोवियत यूनियन के नाम से जाना जाता था. इसी साल सोवियत संघ टूट गया और रूस के पडोसी देशों के बीच सीमा को लेकर विवाद होने लगा. विवाद जंग का रूप न लेले इसी लिए रूस को एक संगठन बनाने की जरूरत पड़ी
रूस को यह डर था कहीं चीन अपनी सरहद से सटे उन देशों को खुद में ना मिला ले जो सोवियत यूनियन से अलग हुए थे. ऐसे में रूस ने 1996 में चीन सहित पूर्व सोवियत संघ के कुछ देशों को मिलाकर एक संगठन बनाया।
क्योंकी इस ऑर्गनाइजेशन का एलान चीन के शंघाई शहर से हुआ था इसी लिए इसका नाम 'शंघाई 5' रखा गया. पहले इस संगठन में रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान शामिल थे।
जब इन देशों के बीच का सीमा विवाद खत्म हो गया तब इसे एक अंतराष्ट्रीय संगठन का रूप दे दिया गया. 2001 में उज्बेकिस्तान जुड़ गया जिसके बाद इसका नाम शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी SCO किया गया.
जब इन 5 देशों का सीमा विवाद सेटल हो गया तो इसके उद्देश्य बदल गए. अब SCO का उदेश्य अलगावाद, आतंकवाद और मजहबी कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई लड़ना है. सदस्य देशों के बीच ये संगठन राजनीति, व्यापार, इकोनॉमी, साइंस, टेक्नोलॉजी, एनर्जी, पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का काम कर रहा है।
भारत SCO में कब शामिल हुआ
When did India join SCO: SCO बनने के बाद भारत को भी इस संगठन में शामिल होने का न्योता दिया गया था. लेकिन तब भारत सरकार ने SCO में शामिल होने से मना कर दिया था. इस बीच चीन ने पाकिस्तान को SCO से जोड़ने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था. रूस को लगा कि पाकिस्तान के जुड़ने के बाद चीन का दबदबा बढ़ जाएगा ऐसे में रूस ने भारत को SCO में शामिल होने की सलाह दी. 2017 में भारत SCO का स्थाई सदस्य बन गया। मौजूदा समय में SCO में टोटल 8 देश हैं. और इन देशों में दुनिया की 40% आबादी रहती है