सूडान में फंसे भारतीय लोगों के रेस्क्यू के लिए विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है?
Sudan Conflict: सूडान देश में गृहयुद्ध चल रहा है. यहां मिलिट्री और पैरामिलिट्री आपस में जंग लड़ रही है. इस जंग के बीच 30 से अधिक भारतीय सूडान में फंसे हुए हैं जो मूलरूप से आदिवासी हैं और जड़ी-बूटी बेचने के लिए सूडान गए थे. सूडान में फंसे भारतीयों के रेस्क्यू को लेकर राजनीति होने लगी है. कोई बीजेपी सरकार को एंटी आदिवासी कह रहा है तो कोई कहता है कि बीजेपी को कर्नाटक के लोग पसंद नहीं है. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राजनीति करने वालों के मुँह बंद कर दिए हैं.
सूडान में फंसे भारतीयों को लेकर कर्नाटक के पूर्व मुख्य मंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने मोदी सरकार और विदेश मंत्रालय पर जुबानी प्रहार किया है. एस जयशंकर और सिद्धारमैया के बीच ट्विटर वॉर चल रहा है. दोनों एक दूसरे को ट्वीट करके जवाब दे रहे हैं.
Since you are the External Affairs Minister @DrSJaishankar I have appealed you for help.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) April 18, 2023
If you are busy getting appalled please point us to the person who can help us bring our people back. https://t.co/B21Lndvxit
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पहले सिद्धारमैया पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगया। जिसके बाद सिद्धारमैया ने जवाब देते हुए ट्वीट किया- "क्योंकि आप विदेश मंत्री हैं इसलिए मैंने आपसे मदद की मांग की है. अगर आप व्यस्त हैं तो किसी ऐसे व्यक्ति को उपलब्ध करा दें जो हमारे लोगों को वहां से लाने में मदद कर सके."
Simply appalled at your tweet! There are lives at stake; don't do politics.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) April 18, 2023
Since the fighting started on April 14th, the Embassy of India in Khartoum has been continuously in touch with most Indian Nationals and PIOs in Sudan. https://t.co/MawnIwStQp
एस जयशंकर ने कहा था- "मैं आपकी बात से स्तब्ध हूं. यहां जीवन दांव पर लगे हैं. आप राजनीति मत करिए. 14 अप्रैल को लड़ाई शुरू होने के बाद से खार्तूम में भारतीय दूतावास अधिकांश भारतीय नागरिकों और PIO के साथ संपर्क में है."
Plans regarding them have to take into account a very complicated security scenario. The Embassy is in constant touch with the Ministry in that regard.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) April 18, 2023
It is grossly irresponsible of you to politicize their situation. No electoral goal justifies endangering Indians abroad.
उन्होंने आगे कहा- भारतीय दूतावास मंत्रालय से लगातार संपर्क में है. इस स्थिति का राजनीतिकरण करना काफी गैर जिम्मेदाराना है. कोई भी चुनावी लक्ष्य विदेश में भारतीयों को खतरे में डालने को सही नहीं ठहराता."
यह ट्विटर वॉर तब शुरू हुई जब सिद्धारमैया ने 18 अप्रैल को इस मामले से जुड़े कुछ ट्वीट किए. उन्होंने कहा:-
It is reported that 31 people from Karnataka belonging to Hakki Pikki tribe, are stranded in Sudan which is troubled by civil war.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) April 18, 2023
I urge @PMOIndia @narendramodi, @HMOIndia, @MEAIndia and @BSBommai to immediately intervene & ensure their safe return.
"सूडान में कर्नाटक के हक्की-पिक्की समुदाय के 31 लोग पिछले कुछ दिनों से बिना भोजन के फंसे हुए हैं और सरकार ने अभी तक उन्हें वापस लाने के लिए कार्यवाही शुरू नहीं की है."
विदेश मंत्रालय क्या कर रहा
सूडान में चल रही जंग और वहां फंसे भारतीयों को लेकर विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है. जिसमे सूडान में रह रहे भारतीयों को घर से बाहर निकलने के लिए मना किया गया है. इसके अलावा अपने नागरिकों के लिए एक कंट्रोल रूम भी गठित किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक 24X7 कंट्रोल रूम बनाया है. जरूरतमंद लोगों को इस नंबर पर संपर्क करने के लिए कहा गया है. ये हेल्पलाइन नंबर हैं 1800118797, +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905, +91 9968291988.