नागालैंड में गोलाबारी से 13 की मौत, भड़के ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियां आग के हवाले दी
Nagaland Tension: रविवार को नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग में हुई गोलाबारी से अबतक 13 लोगों की जाने जा चुकी हैं, जिसमे से एक जवान भी शामिल है। इस घटना के बाद ग्रामीण गंदे तरीके से भड़क गए हैं और भारतीय सुरक्षाबलों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बालों को क्षेत्र में विद्रोहियों के हलचल की पक्की खबर मिली थी और असम राइफल्स वहां काउंटर एमरजेंसी ऑपरेशन के तहत गए थे।
The unfortunate incident leading to killing of civilians at Oting, Mon is highly condemnable.Condolences to the bereaved families & speedy recovery of those injured. High level SIT will investigate & justice delivered as per the law of the land.Appeal for peace from all sections
— Neiphiu Rio (@Neiphiu_Rio) December 5, 2021
इस घटना के बाद लागलैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो का रिएक्शन आया है. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है तो इस मामले की जाँच कराने के लिए SIT का गठन कर दिया है। नेफियो रियो ने आम नागरिकों की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए लिखा कि इस मामले की जाँच SIT करेगी और कानून के मुताबिक न्याय मिलेगा।
अमित शाह का आया बयान
Anguished over an unfortunate incident in Nagaland's Oting, Mon. I express my deepest condolences to the families of those who have lost their lives. A high-level SIT constituted by the State govt will thoroughly probe this incident to ensure justice to the bereaved families.
— Amit Shah (@AmitShah) December 5, 2021
इस घटना के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह का एक बयान सामने आया है जिसमे वो कह रहे हैं कि
'नागालैंड के ओटिंग, मोन में हुए दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से दुखी हूँ, मृतकों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाए व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार ने इस घटनाक्रम की जाँच के लिए उच्च स्तरीय SIT का गठन किया है। पीड़ित परिवारों को न्याय मिलगा'
ये सब कैसे हो गया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नागालैंड के मोन के ओटिंग के तिरु गांव का मामला है। जहाँ 4 दिसंबर को शाम करीब 4 बजे कुछ लोग मिनी पिकअप में में बैठ कर वापस लौट रहे थे, लेकिन जब काफी देर होने के बाद वो लोग घर नहीं लौटे तो उनके घर वालों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। कुछ ही दूरी पर उनके शव मिले और इसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी। ऐसा आरोप है कि सुरक्षाबलों ने ही उन बेकसूरों पर हमला किया है हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं की गई है। घटना की SIT जांच होने के बाद सच सामने निकल कर आजाएगा।
असम राइफल्स का बयान भी आया है
इस घटना के बाद असम राइफल्स की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक असम राइफल्स ने कहा कि इलाके में विद्रोहियों की हलचल की एक दम पक्की सुचना मिली थी. जिसके बाद ही ऑपरेशन की तैयारी की गई थी। असम राइफल्स ने इस घटना पर खेद भी जताया है। और कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच की जा रही है. दोषियों को कानून के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम में एक जवान की जान भी गई है और कई लोग घायल हुए हैं