Vedas And Geeta In NCERT Books: NCERT क्लास 6-7th की किताबों में होगा वेदों और गीता का पाठ
Vedas and Geeta in NCERT Books: भारत की पहली शिक्षा निति से कांग्रेस ने जिन चीज़ों को हटवा दिया था अब केंद्र सरकार उसी पाठ्यक्रम को नई शिक्षा निति में शामिल कर रही है. केंद्र सरकार ने NCERT की किताबों में वेद और गीता के चैप्टर शामिल करने का फैसला किया है. देश के शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने लोकसभा में पत्र लिखकर यह जानकारी दी है.
सरकार का कहना है कि वेद और श्रीमद्भगवतगीता (Shrimad Bhagavad Gita) को धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। यह धार्मिक शिक्षा नहीं बल्कि जीवन जीने का सही तरीके के ज्ञान का भंडार है जिनसे अबतक की जनरेशन वांछित थी. वेद और गीता पढ़कर बच्चों को भारतीय इतिहास और संस्कृति के बारे में ज्ञान अर्जित होगा। शुरुआत में NCERT की क्लास 6th और 7th की किताबों में वेद और गीता के पाठ होंगे।जबकि 11th और 12th में गीता और वेदों के संस्कृत श्लोक होंगे।
स्कूल में मिलेगा वेद और गीता की शिक्षा
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि श्रीमद्भागवत गीता को NCERT के सिलेबस में शामिल करने का फैसला विभिन्न मंत्रालयों, राज्यों, विभागों और केंद्र शासित प्रदेशों के मिले इनपुट के आधार पर किया गया है. इसके लिए NCERT ने काम शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार के इस निर्णय से बच्चों को भारतीय संस्कृति के बारे में ज्ञान मिलेगा। और गीता पढ़कर वह अच्छे इंसान बनेगे।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि "अगर हमें इस शताब्दी में ज्ञान की शक्ति बनना है तो हमें अपनी विरासत को समझना होगा और दुनिया को काम करने के 'भारतीय तरीके' के बारे में सिखाना होगा।"
विपक्ष ने कहा ये भगवाकरण
जाहिर है जब देश में कांग्रेस की सरकार बनी थी तब कांग्रेस ने वेद, पुराण और गीता को स्कूल-कॉलेज में पढ़ाए जाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया था. यही वजह है कि आज़ादी के बाद की पीढ़ियों को वेद और गीता का इल्म ही नहीं है. जबकि कांग्रेस ने मदरसे, चर्च को मजहबी ज्ञान देने की खुली छूट दी थी और गुरुकुल बंद करवा दिए थे. अब केंद्र सरकार ने स्कूली बच्चों को नैतिक शिक्षा और भारतीय संस्कृति के जुड़े वेदों और गीता का पाठ पढ़ा रही है तो कांग्रेस को यह स्कूलों का भगवाकरण लग रहा है.