Uttarakhand Weather Alert: उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, श्रीनगर डैम से 3000 हजार क्यूमेक पानी छोड़ा गया, जानें Forecast
Uttarakhand Weather Alert Tomorrow 19 July, Uttarakhand School Holiday Tomorrow: उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में कल रात से रूक-रूक कर मध्यम से तेज बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के पहाड़ी हिस्सों में बारिश और भूस्खलन के चलते सड़क मार्ग बार-बार यातायात के लिए अवरूद्ध हो रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार भीषण बारिश के चलते पर्वतीय अंचलों में भूस्खलन के कारण करीब 150 यातायात मार्ग आवाजाही के लिए अवरूद्ध हो गए हैं। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मनेरी के पास, जबकि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग झर- झर बैंड के पास मलबा आने से बाधित हो गया है।
बता दें की वहीं, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पीपलकोटी, छिनका, नंनदप्रयाग और बाजपुर में भूस्खलन के कारण आवाजाही के लिए अवरूद्ध है। इन सभी मार्गों को खोलने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, प्रदेश के कईं हिस्सों में हुई भारी बारिश के चलते राज्य की प्रमुख नदियां फिर से ऊफान पर आ गई हैं।
अलकनन्दा नदी खतरे के निशान के ऊपर
जानकारी के अनुसार पौड़ी जिले में अलकनन्दा नदी के चेतावनी स्तार से ऊपर बहने के चलते श्रीनगर डैम से 3 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया है। बता दें की इसके चलते पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून जिला प्रशासन से नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
22 जुलाई तक भारी बारिश के आसार
राजधानी देहरादून सहित अन्य इलाकों में देर रात्रि से रुक-रुक कर मूसलाधार वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने 22 जुलाई तक के लिए बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
सीएम ने की बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर निर्देश दिए कि हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाय।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए। जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वर्षा के कारण सड़क, विद्युत, पेयजल व्यवस्थाएं बाधित होने की दशा में, सभी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों से तत्काल सुचारू की जाय।
मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि लक्सर, खानपुर एवं प्रदेश के अन्य ऐसे स्थानों जहां पर कम बरसात के बावजूद भी जलभराव की समस्याएं आ रही हैं, ऐसे स्थानों के लिए ड्रेनेज की उचित व्यवस्था हो, इसके लिए दीर्घकालिक प्लान बनाया जाय।
सभी जिलाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं, ताकि जनपदों में कुछ भी आवश्यकता पड़ने पर शीघ्र उपलब्ध कराई जा सके। मुख्यमंत्री ने सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा तैनात की गई फोर्स के बारे में भी जानकारी ली।
Uttarakhand School Holiday Tomorrow
स्कूल कॉलेज बंद रहने को लेकर कोई अपडेट हमारे पास अभी तक नहीं आई है। जानकारी मिलते ही अवगत कराई जायेगी।