Traffic Rules In Hindi: ट्रैफिक पुलिस निकाले वाहन की हवा या चाबी! फटाफट जाने आपके अधिकार
Traffic Rules In Hindi
Traffic Rules In Hindi: परिवहन व्यवस्था बनाने तथा लोगों को नियमों का पालन करवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस वाहनों की जांच करती है। सुरक्षित यातायात के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करना बहुत आवश्यक है। इसके लिए ट्राफिक तथा थाने की पुलिस द्वारा बीच-बीच में जांच अभियान चलाया जाता है। चेकिंग के दौरान अगर आप ट्रैफिक नियमों पर खरे नहीं करते हैं तो पुलिस द्वारा चालान किया जाता है।
पुलिस करती है अभद्रता
देखा गया है कि कई बार करते समय ट्रैफिक फिर थाने की पुलिस वाहन चालकों से अभद्रता भी करती है। जैसे अचानक से सड़क पर आकर गाड़ी रुकवाया, गाड़ी की चाबी निकालना तथा गाड़ी की हवा निकाल देने जैसे काम किए जाते हैं। जो नियमतः गलत है। ऐसा करने का अधिकार उन्हें नहीं होता। उसके बाद भी ट्रैफिक पुलिस द्वारा अपना रूआब झाड़ने के लिए इस तरह के कार्य किए जाते हैं। जो पूरी तरह से गलत है।
क्या कहता है नियम
नियम की बात करें तो सड़क पर वाहन चेक करने का अधिकार ट्रैफिक पुलिस के साथ ही थाने की पुलिस को दिया गया है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को विधिवत जिस स्थान पर जांच शुरू करनी है वहां वेरीकेट लगाकर पुलिस इंस्पेक्टर की मौजूदगी में जांच अभियान शुरू करें।
जांच के दौरान आने वाले वाहनों को रुकने का इशारा करे। साइड में गाड़ी खड़ी करने के बाद इंस्पेक्टर के साथ खड़े सिपाही कागजात की मांग करें। इस दौरान वाहन चालक को ड्राइविंग लाइसेंस, इंसुरेंस के पेपर, रजिस्ट्रेशन के कागज, प्रदूषण सर्टिफिकेट जैसे कागजात दिखाने होते हैं। अगर आप के कागजात पूर्ण हैं और आप ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए अपना वाहन चला रहे हैं तो पुलिस आपके कागजात देखने के बाद आपको जाने देगी।
बनाए वीडियो करें अधिकारियों से शिकायत
बताया गया है कि अगर पुलिस सड़क पर जांच अभियान चला रही है तो सभी पुलिसकर्मियों को यूनिफॉर्म में होना चाहिए। अगर कोई बिना यूनिफार्म के सड़क पर जांच कर रहा है तो वह इसके लिए अधिकृत नहीं माना जाएगा।
साथ ही बताया गया है कि चलती गाड़ी को अचानक से रोकना, गाड़ी की चाबी या फिर हवा निकाल देना यह भी गैरकानूनी कृत्य है।
ऐसी स्थिति में कहा गया है कि वाहन चालक के साथ अगर कोई पुलिसकर्मी वाहन जांच करते समय अभद्रता करता है या फिर वहां से चाबी निकालता है, या की वाहन से हवा निकाला जा रहा है तो वाहन चालक इस घटना की वीडियो बना सकता है। वीडियो प्रूफ के तौर पर बनाकर उच्च अधिकारियों से शिकायत की जा सकती है। जिस पर संबंधित पुलिस अधिकारी या फिर कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही होगी।