विदेशी कम्पनी नहीं करेगी भारत में इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल का निर्माण, जानिए क्यों
Ford drops plans of making EVs in India: मीडिया की तरफ से मिल रही जानकारी के मुताबिक Ford, जो कि एक अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनी है, अब भारत में इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल का निर्माण नहीं करेगी और पूरी दुनिया के व्हीकल बाजारों में नहीं बेचेगी. कंपनी की तरफ से यह प्लान ड्रॉप कर दिया गया है. आपको बता दें कि इस बात की जानकारी Ford कम्पनी के भारतीय मैनेजमेंट ने उन कर्मचारियों को दी है जो कंपनी के चेन्नई स्थित प्लांट में कार्यरत है।
Ford ने क्यों लिया फैसला? (Why did Ford take such a big Decision?)
जिन लोगो को कम्पनी द्वारा किए गए इस डेवलपमेंट की जानकारी थी उनके मुताबिक इस फैसले के पीछे प्रमुख कारण है वॉल्यूम प्रोजेक्शन और इंटरनल टार्गेट पूरा न हो पाना। बिजनेस के दृष्टिकोण से कम्पनी को ये उपयुक्त नहीं लग रहा था. यही कारण है कि कम्पनी की तरफ से प्लान को ड्रॉप करने का महत्वपूर्ण फैसला लिया गया.
कम्पनी की तरफ से वापस ली जा सकती है PLI Application
भारत सरकार की तरफ से प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI) के लिए 20 कंपनियों का चुनाव किया गया था जिसमें Ford कम्पनी भी शामिल थी. लेकिन मिल रही जानकारी के अनुसार ऐसी सम्भावना है कि कंपनी की तरफ से उसका PLI Application वापस लिया जा सकता है, अब इंडिया में Ford कम्पनी कोई निवेश नहीं करेगी.
Ford India की तरफ से क्या घोषणा की गयी है? (What has been announced by Ford India?)
Ford India की तरफ से दी जाने वाली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, "बहुत सावधानीपूर्वक समीक्षा के बाद ही हमने ये फैसला लिया है कि किसी भी भारतीय प्लांट में EV मैन्यूफैक्चरिंग (EV Car Manufacturing) करने की योजना को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा." भारतीय सरकार का धन्यवाद करते हुए कम्पनी ने आगे कहा, "प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव योजना के तहत हमारे प्रस्ताव को स्वीकार करने और पूरी प्रक्रिया के दौरान सपोर्टिव बने रहने के लिए हम भारत सरकार के प्रति आभारी हैं."
Ford India किन शहरों के प्लांट को बेचेगी (In which cities will Ford India sell the plant?)
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि चेन्नई और गुजरात के सानंद में स्थित फैक्ट्रियों को कम्पनी की तरफ से बंद कर दिया जाएगा. इस समय दोनों ही प्लांट्स में प्रोडक्शन का काम नहीं चल रहा है.