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Indian Railways की सौगात, अब आम आदमी भी AC Coach में कर सकेगा सफर, रेलवे ने की यह तैयारियां

Indian Railways की सौगात, अब आम आदमी भी AC Coach में कर सकेगा सफर, रेलवे ने की यह तैयारियां
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भारतीय रेलवे (Indian Railway) यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार अपने कोचों को आधुनिक बना रहा है। अब सस्ते दर पर एसी कोच (AC Coach) में लोगों को सफर करने की सुविधा देने के लिए रेलवे ने इकोनॉमी एसी 3 टियर कोच लगाने की तैयारी पूरी कर लिया है। रेलवे इस साल कई मेल और एक्‍सप्रेस ट्रेनों में सस्‍ते किराए वाले 806 इकोनॉमी टियर 3 एसी कोच (Economy Tier 3 AC Coach) लगाएगा। 

भारतीय रेलवे (Indian Railway) यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार अपने कोचों को आधुनिक बना रहा है। अब सस्ते दर पर एसी कोच (AC Coach) में लोगों को सफर करने की सुविधा देने के लिए रेलवे ने इकोनॉमी एसी 3 टियर कोच लगाने की तैयारी पूरी कर लिया है। रेलवे इस साल कई मेल और एक्‍सप्रेस ट्रेनों में सस्‍ते किराए वाले 806 इकोनॉमी टियर 3 एसी कोच (Economy Tier 3 AC Coach) लगाएगा।

कम्पनियों में तैयार हो रहे कोच

मंत्रालय द्वारा विभिन्‍न कोच फैक्ट्रियों में इकोनॉमी एसी 3 टियर कोच तैयार करवा रहा है। जैसे-जैसे कोच तैयार होते जाएंगे। उन्हे ट्रेनों में जोड़ कर यात्रियों को सुविधा मुहैया होने लगेगी।

रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार सबसे अधिक कोच इंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री द्वारा तैयार किए जा रहे हैं। ये कोच सामान्‍य एसी 3 टियर कोच जैसे ही होंगे। योजना के तहत कुछ कोच तैयार कर ट्रेन में लगाने की शुरुआत हो चुकी है।

सभी ट्रेनों में लगेंगे ये कोच

अब वित्‍तीय वर्ष 2021-22 के लिए 806 कोच तैयार करने का लक्ष्‍य रखा गया है। एंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री में 344, रेल कोच फैक्‍ट्री में 177 और मॉडर्न कोच फैक्‍ट्री में 285 कोच बनाए जा रहे हैं। बोर्ड के अधिकारी के अनुसार मार्च 2021 तक सभी कोच ट्रेनों में लगा दिए जाएंगे।

83 बर्थ की सुविधा

जो इकोनॉमी एसी कोच बनाए जा रहे है, उसमें एक कोच अब 83 बर्थ की है। इन कोचों में सामान्‍य एसी 3 टियर कोच की तुलना में सफर सस्‍ता होगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इकोनॉमी एसी कोच में बर्थ की संख्‍या अधिक है। सामान्‍य एसी 3 टियर कोच में 72 बर्थ होती हैं। जबकि इसमें 11 अधिक यानि 83 बर्थ होंगी।

ये सुविधाएं हैं खास

इकोनॉमी एसी 3 टियर कोच में रीडिंग के लिए पर्सनल लाइट, एसी वेंट्स, यूएसबी प्‍वाइंट, मोबाइल चार्जिंग प्‍वाइंट, ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए बेहतर सीढ़ी और खास तरह का स्‍नैक टेबल हैं. इसके साथ ही टॉयलेट में फुट ऑपरेटिंग टैब लगाए गए हैं।

रेल सलाहकार सदस्य पश्चिम मध्य रेल जबलपुर प्रकाश शिवनानी ने यह जानकारी देते हुये बताया कि रेल कोच फैक्टरी ने कोरोना महामारी जैसे मुश्किल हालात में भी पहले ही 15 कोचों की पहली रैक रवाना कर दिया है। अब देश का गरीब तबका भी एसी कोच में सफर का आनंद ले सकेगा।

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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