मंदिर के पुजारियों-सेवादारों को मिलेगा सरकारी कर्मचारियों के समान लाभ, वेतन-प्रमोशन के साथ दी जाएंगी यह सुविधाएं
Kashi Vishwanath Pujaries Salary: काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों व सेवादारों के लिए राहत भरी खबर है। उन्हें प्रमोशन सहित अवकाश का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही अन्य कई सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। उनको कॉलेज प्रवक्ता के बराबर वेतनमान का लाभ भी मिलेगा। उत्तरप्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास में पुजारी, कर्मचारी और सेवादारों की नियुक्ति की नई सेवा नियमावली तैयार की गई है।
40 साल बाद बनी सेवा नियमावली
40 साल बाद बनी सेवा नियमावली देश भर के देवस्थान मंदिर और ट्रस्ट के लिए तैयार की गई है। नियमावली तैयार करके इसे परीक्षण के लिए मंडल आयुक्त के पास भेजा गया है। सेवा नियमावली में समय-समय पर कर्मचारियों के प्रमोशन का भी प्रस्ताव रखा गया है। पुजारियों व सेवादारों को पदोन्नति सहित अन्य लाभ प्रदान किया जाएगा।
ग्रेड व पे मैट्रिक्स का मिलेगा लाभ
पुजारी, कर्मचारियों और सेवादारों को अवकाश की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उनको राज्य सरकार के कर्मचारियों की तरह ग्रेड और पे मैट्रिक्स का लाभ दिया जाएगा। इससे पूर्व नियमावली तैयार करने के लिए 16 सदस्यीय कमेटी ने पुजारी को इंटर कॉलेज के प्रवक्ता के वेतनमान के अनुसार वेतन का प्रस्ताव रखा था। कर्मचारियों और सेवादारों के लिए भी नियमावली का मसौदा तैयार किया गया है। जिससे उन्हें अच्छा खासा लाभ मिलेगा।
न्यास का निर्णय होगा सर्वमान्य
म्ंदिर के पुजारी, सेवादार और कर्मचारियों की सेवा नियमावली में न्यास का निर्णय सर्वमान्य होगा। किसी भी कर्मचारी व सेवादार के खिलाफ शिकायत मिलने पर न्यास शासन के नियम अनुसार ही कार्रवाई कर सकेगा। न्यास की बैठक में नियमावली को रखा जाएगा। इसके बाद इसे अनुमति के लिए शासन के पास भेजा जाएगा। शासन से मुहर लगने के साथ इसे लागू किया जाएगा। इसके बाद नए सिरे से पुजारियों, कर्मियों की भर्ती की जाएगी।
मेरिट व साक्षात्कार के आधार पर होगा चयन
इनकी भर्ती मेरिट व इंटरव्यू के आधार पर होगी। काशी विश्वनाथ मंदिर में नियुक्तियां मेरिट और साक्षात्कार के आधार पर होने के साथ योग्य अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। नियुक्ति के समय दो बाहरी विशेषज्ञ को भी बुलाया जाएगा। इसके लिए भी खाका तैयार किया गया है। पुजारी, कर्मचारियों और सेवादारों की नियुक्ति हेतु प्रस्तावित नियमावली में चार श्रेणी निर्धारित की गई हैं। पुजारी कर्मचारियों और सेवादारों को छुट्टियां भी मिल सकेंगी। इनकी सेवा नियमावली में न्यास के निर्णय मान्य किए जाएंगे।