Story Of Malegaon Blast Case: मालेगांव ब्लास्ट केस का 31वां गवाह बयान से पलट गया! बोला- नहीं जानता प्रज्ञा ठाकुर कौन है
Story Of Malegaon Blast Case: मालेगांव ब्लास्ट केस का एक और गवाह अपने बयान से पलट गया है. मुंबई की एक अदलात में गवाह ने मालेगांव बम ब्लास्ट केस की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) को पहचानने से इंकार कर दिया है. बता दें इस मामले का यह 31वां गवाह था जो अपने बयान से पलटा है.
सुनवाई के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA गवाह को मध्य प्रदेश से मुंबई लेकर आई थी. लेकिन गवाह ने कोर्ट में जाकर अपने बयान से पलट गया. उसने कहा- मुझसे झूठा बयान लेने के लिए मुझे प्रताड़ित किया गया, मुझे 20 दिन तक बंधक बनाया गया और एक अधिकारी के लिखे बयान पर मुझसे जबरन हस्ताक्षर करवाए गए थे. ATS ने मुझे झूठा बयान देने के लिए दवाब बनाया था.
मालेगांव ब्लास्ट केस का गवाह बयान से पलटा
बताया गया है कि मालेगांव ब्लास्ट केस के आरोपी रामजी कालसांगरा को गवाह का रिश्तेदार बता दिया गया था. ATS को दिए बयान में गवाह ने कहा था कि उसने कालसांगरा को बाइक का इस्तेमाल करते देखा था, यह वही बाइक थी जिसे प्रज्ञा ठाकुर ने दी थी. गवाह ने कहा था कि उसे भी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से मिलवाया गया था. लेकिन गवाह ने अपने पिछले बयान को गलत बता दिया है और उसने कह दिया है कि वो साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जानता तक नहीं है.
क्या है मालेगांव बम ब्लास्ट मामला
मुंबई से करीब 200 किमी दूर मालेगांव नाम का शहर है. जो नासिक जिले में पड़ता है. 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में बम ब्लास्ट हुआ था, शहर की एक मस्जिद के बहार विस्फोट हुआ था. आरोपियों ने बाइक में विस्फोटक भरकर मस्जिद के बाहर खड़ी कर दी थी. इस घटना में 6 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे. इस बम ब्लास्ट का आरोप बीजेपी के कई लोगों पर लगाए गए. जिसमे बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (रिटायर्ड), अजय रहीरकर जैसे कई लोग थे.