अंततः सोनिया गांधी ED कोर्ट में पेश हो गईं, कोंग्रेसियों ने बवाल काटना शुरू कर दिया
Sonia Gandhi ED Court National Herald Case: गुरुवार 21 जुलाई के दिन आखिरकार नेशनल हेराल्ड केस की आरोपी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, ED कोर्ट में पेश हो ही गईं. इसी बीच कोंग्रेसियों के सड़क में उतरकर बवाल काटना भी शुरू कर दिया। ED ने National Herald Case से जुड़े 50 सवालों की लिस्ट तैयार की है जिनका जवाब Sonia Gandhi को अब देना होगा.
सोनिया गांधी के साथ उनकी बेटी प्रियंका वाड्रा भी ED Court में गईं हैं. हालाँकि कोर्ट रूम के बाहर ही उन्हें इंतज़ार करना होगा। ED से पूछताछ के दौरान अगर सोनिया गांधी की तबियत बिगड़ जाती है तो उन्हें फौरन इलाज के लिए पूछताछ को रोककर वापस जाने दिया जाएगा। प्रियंका वाड्रा एक मेडिकल अफसर के साथ दूसरे कमरे में बैठी हैं जबकि सोनिया के वकील पूछताछ के दौरान वहीं मौजूद होंगे।
कोंग्रेसी नेताओं ने जताया विरोध
National Herald Case में पैसों का गोलमाल करने की आरोपी सोनिया गांधी को ED के कठिन सवालों का जवाब देना है. इससे पहले राहुल गांधी से भी 5 दिनों तक पूछताछ हुई है. ED की जांच से कोंग्रेसी नेता बहुत नाराज हैं.
- शशि थरूर ने कहा है कि देश में अन्याय हो रहा है और अब अन्याय की राजनीति नहीं होनी चाहिए
- अशोक गहलोत ने कहा "सरकार को अपने व्यव्हार में शर्म आनी चाहिए, ED तो सोनिया गांधी के घर जाकर भी बयान ले सकती थी, जैसा पहले होता आया है, लेकिन सरकार के कानून विपक्ष के लिए बदल जाते हैं.
- कांग्रेस का कहना है कि सरकार जानबूझ कर विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है. मोदी सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है.
तीन बार ED ने भेजा समन
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड केस मामले में तीन बार समन भेजा था. 2 जून के दिन जब पहली बार समन भेजा तो सोनिया गाँधी को अचानक से कोरोना हो गया था, ED ने उन्हें 8 जून के दिन पेश होने के लिए कहा था. इसके बाद 11 जून को दूसरा समन भेजा तो सोनिया गांधी की तबियत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा, तीसरी बार ED ने उनके ठीक होने के बाद 23 जून को समन भेजा लेकिन डॉक्टर के बेड रेस्ट की सलाह का हवाला देते हुए सोनिया गांधी पेश नहीं हुईँ। अब आखिरकार ED कोर्ट में सोनिया पहुंची हैं.