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घर में बिजली से जुड़ी हर हरकत पर नजर रखेगा स्मार्ट मीटर, रोकेगा बिजली चोरी

Electricity bill
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Smart Electricity Meter: बिजली विभाग के घाटे में होने का सबसे बड़ा कारण बिजली चोरी है।

Smart Electricity Meter: बिजली विभाग के घाटे में होने का सबसे बड़ा कारण बिजली चोरी है। घर के अंदर तरह-तरह के बिजली से चलने वाले यंत्र अपने काम में लगे हुए हैं। लोड ज्यादा बढ़ा तो घर मालिक मीटर से बाईपास या फिर कटिया का सहारा लेता है। बिजली चोरी इतनी की चोर भी अपना सर छुपा ले। लेकिन यह ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है क्योंकि भारत सरकार ने स्मार्ट मीटर नेशनल प्रोग्राम एसएमएनपी शुरू कर चुका है। इस प्रोग्राम के तहत सरकार लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने जा रही है। यह स्मार्ट मीटर अब आपके घर में बिजली से जुड़ी हर हरकत पर नजर रखेगा। ऐसे में बिजली की चोरी असंभव होगी।

आइए जाने एसएमएनपी

बिजली चोरी रोकने के लिए भारत सरकार स्मार्ट मीटर नेशनल प्रोग्राम एसएमएनपी शुरू कर चुकी है। इस प्रोग्राम के तहत देश के हर बिजली कनेक्शन धारी के यहां स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। अपने शुरुआती दौर में करीब 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। आने वाले दिनों में सरकार की योजना है कि वर्ष 2025 तक 30 करोड़ स्मार्ट बिजली के मीटर लगाए जाएंगे। कार्य में तेजी लाने के लिए सरकार द्वारा टेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को काम दिया गया है।

घाटे में बिजली विभाग

साधारण घरों में भी बिजली की चोरी हो रही है वही शहरों मे भी बिजली विभाग चोरी नहीं रोक पा रहा। लाइन लास और बिजली की चोरी की वजह से बिजली विभाग घाटे से उबर नहीं पा रहा। बिजली विभाग का कहना है कि जिन स्थानों पर स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं वहां बिजली चोरी में 11 प्रतिशत की कमी आई है।

कहां लगाए गए कितने मीटर

देश के करीब 5 राज्यों में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। करीब 40 लाख मीटर लगाए भी जा चुके हैं। महाराष्ट्र में 26.2 लाख, जम्मू कश्मीर में 6 .2 लाख, महाराष्ट्र में 10 लाख, बिहार में 1.5 करोड़ तथा उत्तर प्रदेश में 2.67 करोड़ घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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