कर्नाटक के सीएम बनें सिद्धारमैया लेकिन डीके शिवकुमार को बड़ी ताकत मिल गई
Siddaramaiah Vs DK Shivakumar Power: कर्नाटक विधानसभा के नतीजे आने के बाद 5 दिन बाद कांग्रेस कर्नाटक के मुख्य मंत्री को लेकर फैसला कर पाई. कर्नाटक से दिल्ली तक चले 100 घंटे के मंथन के बाद हाई कमान ने सिद्धारमैया के नाम पर मुहर लगा दी. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया बनाए गए और सीएम बनने की जिद पकड़े रहे डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाया गया.
डीके शिवकुमार को सिर्फ सीएम पद चाहिए था. उन्होंने कहा था कि अगर मुझे सीएम नहीं बनाते हैं तो मैं सिर्फ एक विधायक बनकर सरकार का हिस्सा रहूंगा। लेकिन अंत-अंत में कुछ ऐसी गोपनीय बातें हुई कि डीके डिप्टी सीएम बनने के लिए राजी हो गए. दरअसल डिप्टी सीएम के पद के साथ डीके शिवकुमार को एक और बड़ी पॉवर दी गई है. इसी लिए उन्होंने समझौता कर लिया है.
डीके शिवकुमार को बड़ी पॉवर मिल गई
पहले कांग्रेस की मंशा थी की राज्य में तीन नेताओं को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। लेकिन डीके को राजी करने के लिए कांग्रेस ने सिर्फ एक डिप्टी सीएम तय किया। डिप्टी सीएम के साथ साथ डीके शिवकुमार को एक और बड़ी ताकत दी गई. उन्हें 2024 तक कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने को दे दिया गया. यानी अगले लोकसभा चुनाव तक राज्य में पार्टी उन्ही की बात मानती रहेगी।
डीके के खिलाफ भ्रस्टाचार के केस हैं
कांग्रेस ने डीके शिवकुमार को सीएम इसी लिए नहीं चुना क्योंकि उन्हें खिलाफ भ्रष्टाचार के केस हैं. उनके खिलाफ CBI, ED की जांच चल रही है और 2019 में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में डीके को गिरफ्तार भी किया था. अगर कांग्रेस उन्हें सीएम बनाती तो तुरंत CBI पुरानी फाइल को खोल देती। वहीं सिद्दारमैया को इस लिए भी सीएम बना दिया गया क्योंकी यह उनका आखिरी चुनाव था. इसके बाद वह राजनीति से रिटायरमेंट ले लेंगे।
कांग्रेस ने सिद्दारमैया ने कहा है कि वो राज्य में जो भी फैसले लेंगे पहले डीके शिवकुमार से पूछेंगे। यानी पद में भले सिद्दारमैया हों लेकिन असली पॉवर तो डीके के पास ही होगी।