शाही इमाम जमा मस्जिद शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने कहा- मुस्लिम महिलाओं को चुनावी टिकट देना इस्लाम के खिलाफ
Giving election tickets to Muslim women is against Islam: जमा मस्जिद अहमदाबाद के शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी को लगता है कि मुस्लिम महिलाओं का सशक्तिकरण इस्लाम के खिलाफ है. अगर मुस्लिम महिलाऐं मजबूत होती गईं तो इस्लाम कमजोर पड़ जाएगा। ऐसी जाहिलों की तरह बात करने वाले शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी (Shabbir Ahmed Siddiqui) के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठा रहा है.
कहने को इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी एक मुस्लिम स्कॉलर हैं मगर इनकी बातों से साफ़ मालूम होता है कि यह एक निहायती जाहिल और कुंठित प्रवित्ति के व्यक्ति हैं. यह इंसान मुस्लिम महिलाओं को मर्दो की बराबरी करते देखना नहीं चाहता। यह चाहता है कि मुस्लिम महिलाऐं सिर्फ पर्दा करें और अपने शोहर की सेवा करें
इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने क्या कहा
जमा मस्जिद अहमदाबाद के शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने ANI को इंटरव्यू देते हुए कहा कि- जो लोग मुस्लिम महिलाओं को चुनावी टिकट दे रहे हैं यह इस्लाम के खिलाफ है. यह मजहब को कमजोर कर रहा है. क्या मर्द बचे नहीं हैं? जो आप महिलाओं को टिकट दे रहे हैं?
#WATCH | Those who give election tickets to Muslim women are against Islam, weakening the religion. Are there no men left?: Shabbir Ahmed Siddiqui, Shahi Imam of Jama Masjid in Ahmedabad#Gujarat pic.twitter.com/5RpYLG7gqW
— ANI (@ANI) December 4, 2022
जमा मस्जिद अहमदाबाद के शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ANI के पत्रकार से कहा-
आपने देखा की यहां नमाज चल रही थी, क्या आपको एक भी औरत नज़र आई? इस्लाम में सबसे ज़्यादा अहमियत नमाज को दी गई है. अगर औरतों का इस तरह सबके सामने आना इस्लाम में जायज होता तो उनको मस्जिद से नहीं रोका जाता। औरतों को मस्जिद आने से क्यों रोका? क्योंकि उनका एक पकाम है. जो कोई भी औरतों को टिकट देते हैं वो इस्लाम के खिलाफ बगावत करते हैं, वो इस्लाम को कमजोर कर रहे हैं. क्या मर्द बचे नहीं है?
हिजाब का मसला चला जिसमे बहुत विरोध हुआ. जाहिर बात है कि अगर आप अपनी औरत को MLA, काउंसलर बनाएगे तो हम फिर हिजाब को महफूज नहीं रख सकते। फिर लोग कहना शुरू कर देंगे कि आपकी औरते पार्लियामेंट में आकर बैठ रही है, इलेक्शन के लिए मुस्लिम औरतों को घर-घर जाना पड़ेगा। और इस्लाम में औरत की आवाज ही औरत है इसी लिए मैं इसका विरोध करता हूं.