राष्ट्रीय

Sanjay Kumar Mishra Biography: जानें संजय कुमार मिश्रा की IRS से ED डायरेक्टर बनने तक की कहानी

Sanjay Patel
12 July 2023 1:46 PM IST
Sanjay Kumar Mishra Biography: जानें संजय कुमार मिश्रा की IRS से ED डायरेक्टर बनने तक की कहानी
x
Sanjay Kumar Mishra IRS Biography: सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार को बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने 11 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) प्रमुख संजय कुमार मिश्रा को दिए गए सेवा के तीसरे विस्तार को अवैध करार दिया है।

Sanjay Kumar Mishra IRS Biography In Hindi: सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार को बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने 11 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) प्रमुख संजय कुमार मिश्रा (Sanjay Kumar Mishra) को दिए गए सेवा के तीसरे विस्तार को अवैध करार दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पद छोड़ने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया है। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने कहा कि 2021 में सुप्रीम कोर्ट के पिछले आदेश के मद्देनजर संजय कुमार मिश्रा को नवंबर 2022 से आगे विस्तार नहीं दिया जा सकता है।

Sanjay Kumar Mishra Biography | संजय कुमार मिश्रा जीवन परिचय

संजय मिश्रा का जन्म लखनऊ के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से बायोकैमिस्ट्री में मास्टर डिग्री की। इसके बाद वह एक सीनियर रिसर्च फेलो के रूप में सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CDRI) में शामिल हो गए। उनके द्वारा इम्यूनोलॉजी पर कई पेपर भी लिखे गए हैं। अपने परिवार वालों के कहने पर संजय सिविल सेवा एग्जाम में शामिल हुए और उन्होंने पहले ही प्रयास में इसे पास कर लिया। वर्ष 1984 में भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में शामिल होने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग यूपी के गोरखपुर आयकर विभाग में सहायक निदेशक के रूप में हुई।

Sanjay Kumar Mishra Career | संजय कुमार मिश्रा का करियर

चार वर्ष के भीतर संजय कुमार मिश्रा को ईडी में अपना पहला कार्यकाल मिला जब वह आगरा और जयपुर के प्रभार के साथ सहायक निदेशक के रूप में इसमें शामिल हुए। इस दौरान ईडी केवल निरस्त हो चुके विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम के तहत विदेशी मुद्रा उल्लंघन के मामलों की जांच करती थी। वर्ष 1994 में वे अपने आयकर कैडर में वापस आ गए। इस दौरान वह नौ वर्ष के कार्यकाल के लिए अहमदाबाद में तैनात हुए। इस बाद वह महाराष्ट्र के कोल्हापुर चले गए। इसके बाद वर्ष 2006 में दिल्ली वापसी करते हुए अंतरराष्ट्रीय कराधान और हस्तांतरण मूल्य निर्धारण का कार्य संभाला।

संजय मिश्रा संयुक्त सचिव भी रहे

संजय मिश्रा को प्रणब मुखर्जी और बाद में पी. चिदंबरम के अधीन संयुक्त सचिव के रूप में भी नियुक्त किया गया था। तब उन्होंने नीति निर्माण और पॉलिसी मेकिंग की भी भूमिका अदा की। वर्ष 2014 में जब एनडीए सत्ता में आई तो गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के एक वर्ष बाद संजय मिश्रा उन 50 वरिष्ठ नौकरशाहों में से थे जिनको मोदी सरकार के शुरुआती महीनों में ही प्रमुख मंत्रालयों से ट्रांसफर कर दिया गया था।

संजय मिश्रा का ईडी कार्यकाल

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में संजय मिश्रा वापस आ गए। जिसके बाद इन्होंने दो ऐसे मामले उठाए जिन्होंने सरकार का ध्यान खींचा। मुद्दों में एक मीडिया हाउस एनडीटीवी के खिलाफ जबकि दूसरा मामला यंग इंडिया के खिलाफ है। तब दोनों मामले कर निर्धारण के दायरे में थे। जिन्हें संजय मिश्रा ने उन्हें मुकदमा चलाने योग्य अपराध में बदल दिया। संजय मिश्रा को नवंबर 2018 तक न केवल ईडी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया बल्कि सरकार ने उन्हें देा वर्ष के कार्यकाल के बाद भी बनाए रखने हरसंभव कोशिश की। जब उनको दिए गए पहले विस्तार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई तो सरकार एक अध्यादेश लेकर आई। जिसके बाद संसद में एक विधेयक पारित किया गया जिसमें ईडी और सीबीआई के निदेशकों को सशर्त पांच वर्ष का कार्यकाल देने का निर्णय लिया गया।

Next Story