कर्नाटक में मजहबी नाटक: मुस्लिम छात्राओं को भड़काने के लिए अब पाकिस्तानी मलाला ने भी उगला ज़हर
Religious drama in Karnataka: कर्नाटक के उड्डपी पीजी कॉलेज में मजहबी नाटक कुछ ज़्यादा ही बढ़ गया है। मुस्लिम छात्राओं को भड़काने के लिए देश में प्रियंका प्रियंका गांधी और ओवैसी जैसे लोग कम पड़ गए थे इसी लिए पाकिस्तानी मलाला यूसुफजदई ने भी इस मामले में जहर उगलना शुरू कर दिया है।
इंसान को अपने कपडे पहनने की आज़ादी है जिसका जो मन करे वो पहन सकता है। लोग तो स्विमिंग पूल में और समुद्री बीच में चड्डा और बिकिनी पहन कर भी घूमते हैं लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं कि आप अपने कॉलेज में या फिर ऑफिस में चड्डा और बनियान पहनकर चले जाओ. कॉलेज और स्कूल में यूनिफार्म के होने के पीछे का मकसद यही होता है कि किसी स्टूडेंट में कोई फर्क न रहे.
इस मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने मंगलवार को दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोई नतीजा नहीं दिया अब अगली सुनवाई में कोर्ट अपना डिसीजन लेगा। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि उनके महाविद्यालय का एक निर्धारित यूनिफॉर्म है और कॉलेज आने वाले हर बच्चे को नियम का पालन करना होगा वहीं मुस्लिम छात्राओं के वकील का कहना है कि कुरान में महिलाओं को पर्दा करने की बात कही गई है।
कॉलेज प्रबंधन ने छात्राओं को हिजाब पहनकर आने की अनुमति भी देदी थी बशर्ते उन्हें अलग क्लास में बैठना पड़ता इस शर्त में भी मुस्लिम लड़कियों को आपत्ति थी।
ओवैसी ने मुस्लिम छात्राओं को भड़काने का काम किया?
AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कुछ दिन पहले ट्वीट करते हुए उन मुस्लिम लड़कियों के लिए कहा था कि अपने हक की लड़ाई लड़ते रहो वहीं बुधवार को उन्होंने बीजेपी पर निशाना बनाते हुए कहा कि जेपी नड्डा की आरती हिजाब वाली महिला ने ही की थी. साल 2014 में Fifa ने भी मुस्लिम प्लेयर्स को खेल में हिजाब पहनने के लिए अनुमति दी थी. तो लड़कियां हिजाब पहनकर कॉलेज पढ़ने क्यों नहीं जा सकती हैं.
प्रियंका वाड्रा ने क्या कहा
Whether it is a bikini, a ghoonghat, a pair of jeans or a hijab, it is a woman's right to decide what she wants to wear.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 9, 2022
This right is GUARANTEED by the Indian constitution. Stop harassing women. #ladkihoonladsaktihoon
इस मामले में प्रियंका वाड्रा गांधी ने कहा है कि चाहे बिकिनी हो या घुंघट हो या फिर हिजाब या फिर जींस। महिलाओं को यह तय करना है कि उन्हें क्या पहनना है। उनको यह हक़ भारत के संविधान ने दिया है। महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो। प्रियंका वाड्रा ने जो कहा उसपर कई रिएक्शन्स आए एक यूजर ने लिखा बिलकुल सही बात है लड़कियां क्या पहनती है यह उनका हक़ है लेकिन कोई बिकिनी पहनकर कॉलेज तो नहीं जा सकता।
पाकिस्तानी मलाला ने क्या कहा
"College is forcing us to choose between studies and the hijab".
— Malala (@Malala) February 8, 2022
Refusing to let girls go to school in their hijabs is horrifying. Objectification of women persists — for wearing less or more. Indian leaders must stop the marginalisation of Muslim women. https://t.co/UGfuLWAR8I
इस मामले में मजहबी आग में घी डालने वाले कम थे इसी लिए पाकिस्तानी मलाला यूसुफ़जदई ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा लड़कियों को हिजाब की वजह से स्कूल में एंट्री देने से मना करना भयावह है। भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं को हाशिये पर रखना रोकना चाहिए।
कोई स्टूडेंट्स को ये नहीं कह रहा है कि कॉलेज के यूनिफार्म का पालन करो सब के सब इस मामले को और ज़्यादा बड़ा बनाने में जुटे हुए हैं।