RBI का दावा, नोट से फ़ैल रहा कोरोना, बचने के लिए करे ये उपाय नहीं तो...
RBI का दावा, नोट से फ़ैल रहा कोरोना, बचने के लिए करे ये उपाय नहीं तो…
नई दिल्ली: करेंसी नोट द्वारा किसी भी प्रकार का बैक्टीरिया व वायरस फैल सकता है और इसलिए करेंसी के उपयोग की बजाय लोगों को डिजिटल भुगतान का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा भेजे गए एक प्रश्न के जवाब में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपने एक मेल में अप्रत्यक्ष रूप से यह उत्तर दिया है।
कैट ने 9 मार्च 2020 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक लेटर भेजा, जिसमें यह स्पष्ट करने का आग्रह किया गया था कि क्या करेंसी नोट बैक्टीरिया और वायरस के वाहक हैं या नहीं।
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इसे वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक को भेजा, जिसके जवाब में आरबीआई ने एक मेल के माध्यम से कैट को दिए अपने जवाब में उल्लिखित संकेत दिया है। कैट को भेजे अपने जवाब में रिजर्व बैंक ने कहा है, कोरोना वायरस महामारी को सीमित करने के लिए लोग अपने घरों से ही सुविधापूर्वक मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग कार्ड इत्यादि जैसे ऑनलाइन चैनल्स के माध्यम से डिजिटल भुगतान कर सकते हैं और करेंसी का उपयोग करने अथवा एटीएम से नकदी निकालने से बच सकते हैं।
इसके अलावा कोविड पर अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जारी सार्वजनिक स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना आवश्यक है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरतिया और खंडेलवाल ने केंद्रीय विा मंत्री से आग्रह किया है कि देश में डिजिटल भुगतान को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को एक इन्सेंटिव स्कीम की घोषणा करनी चाहिए। जिससे ज्यादा से ज्यादा व्यापारी एवं अन्य लोग अपने रोजमर्रा के कार्यों में नकदी की बजाय डिजिटल भुगतान सिस्टम का उपयोग करें।