राहुल गांधी ने कहा- पांडवों ने GST और नोटबंदी नहीं लागू की, उनके साथ हर धर्म के लोग थे
Rahul Gandhi On Pandavas: राहुल गांधी ठंड में टीशर्ट में घूम रहे, कन्या कुमारी से कश्मीर तक पैदल चल रहे इसी चीज़ को लेकर कुछ लोग उन्हें भारत का प्रधानमंत्री उम्मीदवार समझने लगे हैं. राहुल गांधी भले यह कहते हों की शिव जी को पढ़ने के बाद वह बदल गए हैं, उन्होंने खुद को मार दिया है लेकिन समय-समय पर राहुल अपनी मौजूगदी का एहसास करवाते रहते हैं. उनकी प्रेस वार्ता किसी कॉमेडी शो से कम नहीं हैं जहां वह पत्रकारों के साथ पूरे देश का मनोरंजन करते हैं. ये काबिलियत उन्हें यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की जैसा नेता बना देगी यह निश्चित नहीं है लेकिन वो कपिल शर्मा से बड़े कॉमेडियन बनने की ताकत रखते हैं यह पक्की बात है.
राहुल गांधी इस समय हिंदू बन गए हैं और शिव, भगवत गीता, महाभारत पर बात करते हैं. हाल ही में वह अपनी भारत जोड़ो यात्रा के तहत हरियाणा के कुरुक्षेत्र पहुंचे हैं. कुरुक्षेत्र ऐसा स्थान है जहां आज से 5 हज़ार साल पहले पांडवों और कौरवों के बीच महाभारत हुई थी. अब ऐसे प्राचीन स्थल में जाने के बाद राहुल महाभारत की बात किए बगैर कैसे अपना सम्बोधन खत्म करते। उन्होंने RSS को कौरव सेना कहा और पांडवों को लेकर ऐसे दावे किए जिससे ये तो पता चल गया कि राहुल गांधी को गीता और महाभरत का तनिक ज्ञान नहीं है और ना उनकी बातें तर्कसंगत हैं.
राहुल गांधी ने पांडवों को लेकर क्या कहा
कुरुक्षेत्र में भारत जोड़ो यात्रा की प्रेस वार्ता हुई. इसी कॉन्फ्रेंस में राहुल ने जनता को सम्बोधित भी किया। इस वार्ता की कुछ क्लिप्स इंटरनेट में वायरल हुईं। जिनमे राहुल पांडवों-कौरवों पर प्रवचन दे रहे हैं. वो कहते हैं
Rahul Gandhi Funny Videos
Pandava didn't implement GST, demonetisation: Rahul Gandhi at Kurukshetra
— Take One (@takeonedigital) January 10, 2023
Full Video: https://t.co/BnkLRpkTCg pic.twitter.com/E753RSOn5N
पांडवों ने डिमॉनीटाइज़ेशन किया क्या? नोटबंदी की थी क्या? गलत GST लागू की थी क्या? . नोटबंदी, गलत GST और किसान बिल, इस धरती के जो तपस्वी हैं उनसे चोरी करने का तरीका है. पांडव कौन थे? अर्जुन, भीम! ये लोग कौन थे? ये लोग तपस्या करते थे.... ये लोग तपस्या करते थे. क्या पांडवों ने इस धरती में नफरत फैलाई थी क्या?
दूसरे वीडियो में राहुल कहते हैं
'पांडवों के साथ हर धर्म के लोग खड़े थे '
This is Saddam Hussain of India, whose ancestors fought with Pandava…. He was right he killed #RahulGandhi.
— Oxomiya Jiyori 🇮🇳 (@SouleFacts) January 10, 2023
pic.twitter.com/FVljKbEUtq
राहुल गांधी को मालूम नहीं है कि महाभारत आज से 5000 साल पहले की बात है तब कोई दूसरा मजहब या पंथ नहीं हुआ करता था. सिर्फ एक धर्म था सनातन। लेकिन राहुल कहते हैं पांडवों का हर धर्म के लोगों ने साथ दिया था.
तीसरे वीडियो में राहुल कहते हैं
राहुल गांधी जी ने कल कुरुक्षेत्र में बहुत ही आसान तरीके से आज का उदाहरण देकर कौरव और पांडवों के भेद को समझाया।#BharatJodoYatra pic.twitter.com/gHNlJJhKYe
— Nityanand Mishra ,Mashrak, Congress sevadal CHP (@Nityana76477459) January 10, 2023
21वीं सदी के कौरव वो हैं जो खाखी हाफ पेंट पहनते हैं. हाथ में लाठी लिए होते हैं. और शाखा चलाते हैं. हिंदुस्तान के दो-तीन सबसे अमीर, अरबपति, कौरवों के साथ खड़े हैं. उस समय (महाभारत) के अरबपति पांडवों के साथ खड़े थे क्या? अगर खड़े होते तो पांडव जंगल में क्यों बैठे थे? मगर उनके (पांडव) साथ इस धरती की जनता, इस धरती के किसान, इस धरती के मजदूर, इस धरती के गरीब, इस धरती के छोटे दुकानदार, इस धरती के स्माल और मीडियम बिजनेसमैन सब खड़े थे.
राहुल गांधी ने ये भी कहा कि ये देश तपस्वियों का देश है पुजारियों का नहीं है. ऐसे में लोग ये सवाल उठा रहे हैं कि क्या राहुल गांधी खुले आम ये कह सकते हैं कि ये देश मौलानाओ का नहीं है, पादरियों का नहीं है? तो फिर उन्होंने ये कैसे कह दिया कि ये देश पुजारियों का नहीं है?