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सेना की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव की तैयारी, अब कम समय के लिए होगी नियुक्ति

Indian Army Recruitment 2021: Recruitment for various posts in Indian Army, know full details
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सेना में आधे से ज्यादा सैनिक पांच साल के अंदर सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

नई दिल्ली: भारतीय सेना की नियुक्ति प्रक्रिया में बडे़ पैमाने पर बदलाव की तैयारी चल रही है। अब कम समय के लिए सेना में नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। इसे टूर ऑफ ड्यूटी कहा जा रहा है। निर्धारित समय तक ड्यूटी करने के बाद युवा सिविल सेक्टर की नौकरियों के लिए प्रयास कर सकेंगे। गौरतलब है कि पिछले दो साल से देश में कोरोना इफेक्ट के कारण देश में सेना भर्ती के लिए रैलियां या नियुक्ति रूकी हुई है। जिसके कारण देश में करीब 1.25 लाख सैनिकों के पद खाली है। सेना में भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने के कारण युवा धरना प्रदर्शन कर विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को भी युवाओं ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया।

तीन साल के लिए नियुक्ति

सेना में आधे से ज्यादा सैनिक पांच साल के अंदर सेवानिवृत्त हो जाएंगे। पिछले दो सप्ताह से रक्षा मंत्रालय में इसे लेकर मंथन चल रहा है। अब अंतिम दौर की सहमति बन गई है। सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय में सहमति के बाद जो ड्रॉफ्ट बना उसमें सेना में सभी सैनिकों की भर्ती टूर ऑफ ड्यूटी मॉडल के आधार पर की जाएगी। इसके तहत 25 प्रतिशत सैनिकों की नियुक्ति सिर्फ तीन साल के लिए की जाएगी। इसके बाद के 25 प्रतिशत सैनिकों की नियुक्ति पांच साल के लिए की जाएगी। इसके बाद बांकी बचे 50 प्रतिशत जवान सेना में रिटायरमेंट की उम्र तक सेवा दे सकेंगे।

इन पर नहीं लागू होगा फार्मूला

तीन या पांच साल वाली सेवा सेना में अधिकारियों पर लागू नहीं होगा। यह सिर्फ सैनिकों पर लागू होगी। पिछले साल दिसंबर में संसद में दिए गए बयान के मुताबिक देश में इस समय 7476 अधिकारियों की कमी है। वर्तमान प्रस्ताव कब से अमल में लाया जाएगा इसके बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा गया है। सेना रक्षा मंत्रालय से इसकी मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही है।

बचेगा पेंशन खर्च

इस नई योजना का अग्निपथ भर्ती प्रवेश योजना नाम दिया जाएगा। इस नई योजना से सेना को महाबचत होगी। जितनी भी नियुक्तियां की जाएगी वे सब अनुबंध के आधार पर होंगी। इसमें सरकार को पेंशन का बिल नहीं भरना होगा। वर्तमान समय में सरकार को सेना पर हुए खर्च का अधिकांश हिस्सा पेंशन पर खर्च करना पड़ता है। इसका मतलब यह नहीं है कि 3 या 5 साल क सेवा करने वाले सैनिकों को पेंशन मद से कुछ नहीं मिलेगा। सैनिकों को नेशनल पेंशन स्कीम के तहत सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा मेडिकल सुविधा भी दी जाएगी।

Ankit Pandey | रीवा रियासत

Ankit Pandey | रीवा रियासत

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