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PM Van Dhan Yojana: क्या है सरकार की वन धन योजना, कैसे आदिवासियों की आमदनी बढ़ाने में करती है मदद

Vinod Paul | रीवा रियासत
17 Nov 2021 12:45 AM IST
Updated: 2021-11-16 19:15:58
PM Awas Yojana
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PM Van Dhan Yojana in hindi: आदिवासियों की आमदनी बढ़ाने सरकार ने शुरू की है प्रधान मंत्री वन धन योजना आइये जानते हैं इस योजना के बारे में..

PM Van Dhan Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भोपाल बिरसा मुंडा की जयंती पर राष्ट्रीय जनजातियों गौरव दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कई आदिवासी योजनाओं की घोषणा की I अपने दिए गए भाषण में उन्होंने वन धन योजना का भी जिक्र किया था अब आप लोगों के मन में सवाल आएगा कि आखिर में वन धन योजना (PM Van Dhan Yojana) क्या है तो हम आपसे अनुरोध करते है कि आप इस पोस्ट को आखिर तक पढ़े-

प्रधान मंत्री वन धन योजना (PM Van Dhan Yojana) क्या है-

वन धन योजना 14 अप्रैल, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनजातीय मामलों के मंत्रालय के साथ केंद्रीय स्तर पर नोडल विभाग के रूप में और राष्ट्रीय स्तर पर नोडल एजेंसी के रूप में शुरू की गई I इस योजना का प्रमुख उपदेश जनजातीय समूह के लोगों कार्तिक विकास करना है ताकि वह अपना जीवन यापन अच्छी तरह से व्यतीत कर सकें I

वन धन योजना का प्रमुख उद्देश्य क्या है-

वन धन योजना का प्रमुख उद्देश्य आदिवासी समूह के लोगों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाना है ताकि उनका जीवन यापन अच्छी तरह से हो सके। इसके अलावा वनाच्छादित जनजातीय जिलों में वन धन विकास केन्द्रों (VDVK) के स्वामित्व वाले जनजातीय समुदाय को स्थापित करना है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत देश के जनजातीय क्षेत्रों में 50,000 'वन धन विकास केंद्र' (Van Dhan Vikas Kendra) स्थापित करेगी

इससे आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न हो पाएंगे I योजना के अंतर्गत अब तक देश में कुल मिलाकर 148 आउटलेट खोले जा चुके हैं जहां पर आदिवासी जनजाति से जुड़ी हुई चीजों की बिक्री की जाती है I

वन धन योजना के अंतर्गत किस प्रकार की चीजें तैयार की जाएंगी-

योजना के तहत फलों की कैंडी (आंवला, अनानास, जंगली सेब, अदरक, अंजीर, इमली), जैम (अनानास, आंवला, बेर), रस और स्क्वैश (अनानास, आंवला, जंगली सेब, बेर, बर्मी अंगूर), मसाले (दालचीनी, हल्दी, अदरक), अचार (बांबू शूट, किंग चिली मिर्च) और संसाधित गिलोय से लेकर सभी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को संसाधित करते हुए वन धन विकास केंद्रों में पैक किया गया है और इन्हें ट्राइब्स इंडिया आउटलेट्स के माध्यम से TribesIndia.com पर और बाजार में मार्केटिंग किया जाता है।

Vinod Paul | रीवा रियासत

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