पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक वाले मामले में अबतक क्या हुआ, सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद क्या कहा
PM Modis security lapse: देश के पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक वाले मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई और जांच की मांग की जा रही है, बीजेपी का कहना है कि पंजाब सरकार ने पीएम मोदी की सुरक्षा में जानबूझ कर लापरवाही बरती है, इधर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अलग बवाल काटे हुए हैं उन्होंने अन्य नेता-नपाडियों के साथ मिलकर मोदी के स्वस्थ्य के लिए हवन किया है। इस मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसके बाद कोर्ट में केंद्र और राज्य सरकार ने एक दूसरे की जांच कमेटी पर आपत्ति जताई।
केंद्र की तरफ से याचिका डालने वाले वकील ने जांच में NIA को शामिल करने की मांग कि जबकि पंजाब सरकार ने कहा कि उनकी बनाई कमेटी पहले से इस मामले की जांच कर रही है तो एक और जांच कराने की क्या जरूरत है। केंद्र ने पंजाब के गृह सचिव को जांच कमेटी का हिस्सा बनाने पर सवाल उठाया और कहा कि वो खुद ही जांच के दायरे में हैं।
तमाम सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अलगी सुनवाई सोमवार तक टाल दी है और इस दौरान इस मामले में किसी भी प्रकार की जांच होने पर रोक लगा दी है। तबतक केंद्र और राज्य सरकार अपनी जांच के आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते हैं।
केंद्र करें जांच
सुनवाई में केंद्र की तरफ से याचिका दायर करने वाले एडवोकेट मनिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से यह मांग की है कि इस मामले में केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई टीम जांच करे. यह मामला लॉ एंड आर्डर का नहीं बल्कि एसपीजी एक्ट का है। ऐसे में जांच करने का अधिकार सिर्फ केंद्र के पास है। उन्होंने राष्टीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) को जांच में शामिल करने की मांग की है। इसके अलावा सॉलिसिटरर जनरल तुषार मेहता ने भी NIA से जांच कराने की पैरवी की है। उनका कहना है कि इस जांच में पंजाब के गृह सचिव को भी जांच के दायरे में लेना चाहिए, वो खुद जांच का हिस्सा नहीं बन सकते। उन्होंने यह भी कहा जो पुलिस प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पि रही थी वो इसकी जांच कैसे कर सकती है।
केंद्र की जांच टीम में कौन है
पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले में 3 सदस्यीय जांच टीम बनी है, जिसमे IB के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह, सिक्योरिटी सचिव सुधीर कुमार सक्सेना और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के IG एस.सुरेश शामिल हैं.