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Pegasus Spyware India: न्यूयॉर्क टाइम्स के खुलासे से घिरी मोदी सरकार, क्या गवर्नमेंट हम सब की जासूसी कर रही है?

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत
29 Jan 2022 1:53 PM IST
Updated: 2022-01-29 13:08:31
Pegasus Spyware India: न्यूयॉर्क टाइम्स के खुलासे से घिरी मोदी सरकार, क्या गवर्नमेंट हम सब की जासूसी कर रही है?
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Pegasus Indian Government: USA के प्रतिष्ठित अख़बार New York Times ने खुलासा किया है कि मोदी सरकार ने साल 2017 में इज़राइल के साथ हुई डिफेंस डील में जासूसी करने वाले Pegasus को भी खरीदा था

Pegasus Spyware India: USA के बहुप्रतिष्ठित अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स (New York Times) ने मोदी सरकार को लेकर बहुत बड़ा खुसाला किया है, जिसके बाद कांग्रेस और अन्य विपक्षी दाल दल सरकार को घेरने लगे हैं। दरअसल NYT ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है कि साल 2017 में जब भारत सरकार ने इज़राइल से जो डिफेंस डील की थी उसमे मिसाइल सिस्टम के साथ जासूसी में इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर Pegasus की भी डील हुई थी।

NYT की रिपोर्ट में क्या है

New York Times की रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार ने साल 2017 में इज़राइली कंपनी NSO ग्रुप से जासूसी करने वाले सॉफ्टवेयर की डील की थी जिसका नाम Pegasus है। दावा है कि सरकार ने इसे 2 अरब डॉलर की डिफेंस डील में खरीदा था और इसी डील में भारत ने इज़राइल से मिसाइल सिस्टम और कुछ हथियार खरीदे थे। करीब एक साल तक जाँच करने के बाद अख़बार ने यह रिपोर्ट छापी है।

NYT ने ये भी बताया कि USA की जांच एजेंसी FBI ने भी यही सॉफ्टवेयर खरीदा था और घरेलु निगरानी के लिए इसकी टेस्टिंग हुई थी लेकिन पिछले साल यह निर्णय लिया गया था कि FBI अब आगे से इसका इस्तेमाल नहीं करेगी। NYT ने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सऊदी अरब ने शाही परिवार के आलोचक जमाल खगोशी के खिलाफ भी किया था।

इतना ही नहीं Mexico की सरकार ने Pegasus का इस्तेमाल वहां के पत्रकारों के खिलाफ, इज़राइल के रक्षा मंत्रालय ने पोलेंड, हंगरी और भारत जैसे कई देशों को इसका इस्तेमाल करने की मंजूरी दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक 10 देशों के 17 मीडिया हॉउस के 80 पत्रकारों की जासूसी हुई है और 50 हज़ार से ज़्यादा फोन नंबर पर Pegasus ने अटैक किया है। दावा है कि दुनिया में अबतक 1000 फोन नंबर से ज़्यादा की पहचान हुई है।

Pegasus के 40 देश और 60 संसथान है ग्राहक

NYT के ग्लोबल ग्रुप ने जुलाई 2017 में यह खुलासा किया था कि दुनिया भर के कई देश लोगों की जासूसी करने के लिए Pegasus का इस्तेमाल करते हैं. इज़राइल की कंपनी ने 40 देशों के 60 सरकारी संस्थाओं को यह बेचा था। और इसे ऑपरेट करने के लिए दुनियाभर में 750 कर्मचारी जुटे हुए हैं.

सरकार ने नेताओं और जनता की जासूसी की?

NYT का कहना है कि भारत सरकार ने Pegasus का इस्तेमाल देश के कई बड़े नेता और पत्रकारों के खिलाफ किया है, जिनमे राहुल गांधी, प्रशांत किशोर, तत्कालीन चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के साथ 40 से ज़्यादा पत्रकारों की जासूसी हुई है। हालांकि सरकार इन आरोपों को मनघंड़त बता रही है।

क्या है Pegasus (What Is Pegasus)

यह एक स्पाई सॉफ्टवेयर है जिसे इज़राइल के NSO कंपनी ने तैयार किया है। यह अपने आप किसी के भी मोबाइल में इंसटाल हो जाता है, जैसे किसी अनजान लिंक में क्लिक कर देने से या बिना क्लिक किए भी। जैसे व्हाट्सऐप, ईमेल, मैसेज, गूगल लिंक।

मोबाइल में इसके इंसटाल होने के बाद यह अपने टारगेट की जासूसी करने लगता है, जैसे फोन कॉल, मैसेज चैट, फोटो, वीडियो, मेल, कॉल रिकॉर्डिंग, कैमरा, मइक्रोफ़ोन, मान लीजिये आपका फोन कर Pegasus के जरिये अटैक किया गया है तो जासूसी करने वाले को सब पता चल जाएगा। आप कहां है, क्या कर रहे है, किस्से बातें कर रहे हैं, क्या बात कर रहे हैं, अभी तक किस्से बात की.

राहुल गांधी सरकार पर हमलावर हो गए हैं

कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट करते हुए मोदी सरकार में हमला किया है, और लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, नेताओं, पत्रकारों और जनता कि जासूसी करने का आरोप लगाया है। राहुल ने कहा है कि मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है। वहीं राहुल के अलावा मल्लिकार्जुन खगड़े, डॉ. शमा मोहम्मद, कांग्रेस सेवादल, प्रशांत भूषण ने सरकार पर हमला किया है। वहीं बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि भारत सरकार को NYT के इस खुलासे का खंडन करना चाहिए।

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