Partha chatterjee News: पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर महिला ने किया चप्पल से अटैक, कहा ऐसे लोगों को सरकारी एसी गाड़ी नही
West Bengal News: शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी व बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha chatterjee) पर एक महिला ने चप्पल फेंक कर मारी है। महिला काफी आक्रोशित रही और उसका कहना था कि ऐसे लोगो को सरकारी सुविधा बंद होनी चाहिए। उन्हे एसी गाड़ी में नही बल्कि घसीटतें हुए ले जाना चाहिए।
अस्पताल ले जा रही थी पुलिस
दरअसल मंगलवार को पार्थ पर उस समय महिला ने चप्पल फेंक मारा है जब उन्हें मेडिकल के लिए कोलकाता के हॉस्पिटल में लेकर पुलिस पहुची थी। इसी बीच अस्पताल में मौजूद लोगों के बीच महिला ने अपने पैर के चप्पल पूर्व मंत्री की ओर फेंक मारा है।
परिजन का इलाज करवा रही थी महिला
जानकारी के तहत महिला अपने परिजन का अस्पताल में इलाज कर रहा है। वह दवा लेने जा रही थी। इसी बीच आरोपी को लेकर पुलिस अस्पताल पहुंची थी। गाड़ी से उसे उतार कर पुलिस उन्हे ले जा रही थी। जहाँ आक्रोशित महिला ने यह हरकत कर डाली।
महिला ने कही यह बात
मीडिया से बातचीत के दौरान गुस्साई महिला ने कहा कि पार्थ चटर्जी जैसे लोग जनता का करोड़ों रुपए लूटकर अपने घर की तिजोरी भर रहे हैं। ऐसे भ्रष्टाचारी को एसी कार में अस्पताल लाया जाता है। इन्हें तो गले में रस्सी बांधकर घसीटकर लाना चाहिए।
SACKED MINISTER FACES WOMAN'S IRE#BREAKING|A woman threw a slipper at #ParthaChatterjee in #Kolkata when he was brought for a health check-up. pic.twitter.com/uV7KH4CJfr
— Mirror Now (@MirrorNow) August 2, 2022
महिला ने मीडिया को बताया कि मैं अपने मरीज के लिए दवा लाने गई थी, लेकिन पार्थ को देखकर मुझे गुस्सा आया और मैंने उसे चप्पल फेंककर मारी। ये चप्पल उसके गंजे सिर पर जाकर लगती तो मुझे ज्यादा खुशी होती। मैं तो नंगे पांव चल लूंगी लेकिन ऐसे लुटेरों को कब तक सरकारी सुविधा मिलती रहेगी।
तकरीबन 50 करोड़ रूपये मिल चुके है कैश
ज्ञात हो कि ईडी की अब तक छापेमारी में पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता (Arpita chatterjee) के फ्लैट से तकरीबन 50 करोड़ रूपये कैश तथा काफी मात्रा में सोना आदि मिल चुका है। अर्पिता का कहना है कि जो भी पैसे और सोना आदि मिला है वह पार्थ चटर्जी का है और उसे पैसों के बारे में कोई जानकारी नहीं है जबकि पार्थ का कहना है कि उनका इस पैसे और गोल्ड से कोई लेना-देना नही है, बहरहाल प्रवर्तन निदेशालय की टीम लगातार इसकी जांच कर रही है।