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बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा पाल के खिलाफ जांच के आदेश
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बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा पाल के खिलाफ भारतीय निर्वाचन आयोग ने जांच के आदेश दिए हैं। उन पर भाकपा (माले) की उत्तराखंड इकाई द्वारा आरोप लगाया गया था। जिसकी शिकायत भारतीय निर्वाचन आयोग से की गई थी। शिकायत में जिलाधिकारी पर एक सितंबर को बागेश्वर में संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने पर शर्तें थोपने का आरोप लगाया था। जिस पर चुनाव आयोग द्वारा डीएम के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
सम्मेलन आयोजित करने शर्तें थोपने का आरोप
उत्तराखंड में भाकपा (माले) के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी ने बताया कि हमने बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा पाल को एक पत्र लिखकर पार्टी द्वारा एक सितम्बर को आयोजित किए जाने वाले संवाददाता सम्मेलन की सूचना दी थी। उनका कहना था कि सम्मेलन के लिए डीएम ने अपनी सहमति देने की बजाय उन्होंने हमसे पहले संवाददाता सम्मेलन करने के हमारे अधिकार पर ही सवाल उठाया क्योंकि हमने बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। इसके बाद उन्हें हम पर यह शर्त लगाई के संवाददाता सम्मेलन की सामग्री लिखित रूप से प्रशासन को देनी होगी।
निर्वाचन आयोग से की शिकायत
भाकपा (माले) की उत्तराखंड इकाई ने इसकी शिकायत भारतीय निर्वाचन आयोग से कर दी। जिस पर उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी षणमुगम ने बुधवार को कुमांउ आयुक्त को बागेश्वर की जिलाधिकारी के खिलाफ शिकायत की जांच करने को कहा। इस संबंध में डीएम अनुराधा पाल का कहना है कि जो भी निर्णय लिया गया वह चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित नियमों के अनुरूप था। जिलाधिकारी का कहना थ कि अगर कुछ शर्तें लगाई गई हैं तो वह चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार हैं जिसमें आयोग की अनुमति भी है। यहां पर यह बता दें कि बागेश्वर उपचुनाव 5 सितम्बर को हुआ था।
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