ओडिशा में कैदियों के शरीर पर जीपीएस लगाकर घरों में कैद करने की प्लानिंग शुरू, भेजा गया प्रस्ताव
GPS On The Body Of Prisoners: ओडिशा सरकार जेलों में बढ़ती कैदियों की संख्या को देखते हुए कुछ नया करने की सोच रही है। जेल में अपराधियों की संख्या को कैसे कम किया जाए इस पर विचार मंथन किया जा रहा है। ओडिशा सरकार ने कैदियों के शरीर में जीपीएस डिवाइस लगाकर उनको उनके घर में कैद करने का प्लान बना रही है। इससे एक ओर जहां जेलों में कैदियों की संख्या कम होगी वही जेल के खर्च को कम करने में भी मदद मिलेगी। आइए जाने क्या है सरकार की प्लानिंग।
प्रति कैदी 10 से 15 हजार का खर्च
कैदियों के शरीर में जीपीएस लगाकर उनको उनके घर में कैद करने की सरकारी योजना बना रही है। इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार कर जेल प्रशासन द्वारा सरकार को भेजा गया है। अब देखना यह है कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है। अगर कैदी तय समय से बाहर जाने का प्रयास करेगा तो यह डिवाइस जेल प्रशासन को अलर्ट करेगी। एक डिवाइस लगाने में करीब 10 से 15 हजार रुपए का खर्च प्रति कैदी आने वाला है।
जेल प्रशासन द्वारा तैयार किए प्रस्ताव पर नजर दौड़ाए तो पता चलता है कि जो छोटे अपराधी हैं उन पर यह व्यवस्था लागू की जाएगी। बताया गया है कि डिवाइस कैदियों के टखनों में लगाई जाएगी। ज्ञात हो कि हाल मे जेल प्रशासन ने यह डिवाइस संसदीय स्थाई समिति के सामने भी पेश किया था।
87 जिलों में 20 हजार कैदी
जानकारी के अनुसार ओडिशा राज्य की राज्य की 87 जिलों में करीब 20 हजार कैदी बंद है। कैदियों की संख्या कम करने लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वही बताया गया है कि 65 प्रतिशत कैदी ऐसे हैं जिनकी सजा 7 साल के करीब है या फिर इससे भी कम है। वहीं अगर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की ओर नजर डालें तो पता चलता है की 7 साल से कम सजा पाने वाले अपराधियों को गिरफ्तार न किया जाए। इससे जेल में बढ़ रही कैदियों की संख्या को कम किया जा सकता है।