Nupur Sharma BJP: नूपुर शर्मा को बीजेपी ने सस्पेंड कर दिया, रेप की धमकी देने वालों को पकड़ा तक नहीं
नूपुर शर्मा बीजेपी: भारतीय जनता पार्टी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है, नूपुर शर्मा को सस्पेंड करते हुए बीजेपी ने बयान दिया है कि 'हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं' लेकिन बीजेपी के इस एक्शन का रिएक्शन मिलना शुरू हो गया है, सोशल मिडिया में बीजेपी को सपोर्ट करने वाले लोग अब पार्टी की कार्रवाई से नाराज हो गए हैं. लोगों का कहना है कि बीजेपी ने कट्टरपंथियों के आगे घुटने टेक दिए हैं.
नूपुर शर्मा ने क्या किया था
कुछ दिन पहले एक टीवी डिबेट में नूपुर शर्मा ज्ञानवापी के शिवलिंग मुद्दे में बहस करने के लिए गईं थीं, जहां पैनल में शामिल एक मुस्लिम नेता ने ज्ञानवापी के शिवलिंग का मजाक उड़ाया था और हिन्दू धर्म की गाथाओं को काल्पनिक बता रहा था तभी नूपुर शर्मा भड़क गईं और इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगम्बर मुहम्मद पर बयान दे दिया था.
जिसके बाद नूपुर शर्मा को रेप करने, जान से मारने, गला काटने की धमकियाँ मिलने लगीं, लेकिन उन्हें बलात्कार और मारने की धमकी देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, बीते शुक्रवार कानपूर में मुसलमानों ने जो हिंसा की वो इसी लिए की क्योंकि नूपुर शर्मा ने पैगम्बर पर कुछ गलत कह दिया।
बीजेपी कट्टरपन्थियो के आगे झुक गई
लोगों का कहना है कि बीजेपी कट्टरपंथियों के आतंक के आगे झुक गई है, कानपूर में हुई हिंसा के बाद बीजेपी को डर गई है और इसी हिंसा से बचने के लिए नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. बीजेपी ने नूपुर शर्मा के साथ नवीन जिंदल को भी सस्पेंड किया है क्योंकि उन्होंने ट्वीटर में नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. पार्टी की ओर से जारी बयान में आगे कहा गया है कि भारत के हजारों वर्षों के इतिहास में प्रत्येक धर्म फला-फूला है। भाजपा किसी भी धर्म के किसी भी धार्मिक व्यक्ति के अपमान की कड़ी निंदा करती है। पार्टी उस विचारधारा के सख्त खिलाफ है, जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करती है। बीजेपी ऐसे किसी विचारधारा का प्रचार नहीं करती।
जिन्होंने रेप और हत्या की धमकी दी उनपर कोई एक्शन नहीं
जिन कट्टरपंथी लोगों ने नूपुर शर्मा का सिर अलग करने, हाथ-पैर तोड़ने, और बलात्कार की धमकी दी उनके खिलाफ अबतक कोई एक्शन नहीं लिया गया, सिर्फ दिल्ली पुलिस ने इस मामले में FIR हुई थी. बाकी जिन्होंने धमकी दी उन्हें पकड़ा नहीं गया.