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शिक्षकों-कर्मचारियों को नए साल 2023 का तोहफा, Pay Scale तथा संशोधित पेंशन परिलाभ को स्वीकृति, वेतन में होगा इजाफा
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Employees-Teachers Pay Scale: हाल के दिनों में राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) द्वारा लिया गया निर्णय संस्कृत कॉलेज के शिक्षकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी के समान है। वर्ष 2017 में पेंशनरों को पेंशन परिलाभ तथा कर्मचारियों को वेतन परिलाभ से वंचित कर दिया गया था। लेकिन अब गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) ने इसे बहाल कर दिया है। सरकार की इस घोषणा के बाद संस्कृत महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों तथा संस्कृत महाविद्यालयों के रिटायर्ड कर्मचारियों में खुशी की लहर है।
मिल रही थी प्रोविजनल पेंशन
जानकारी के अनुसार संस्कृत महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के वेतन परिणामों को वर्ष 2017 में बंद कर दिया गया था। इसी तरह सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी पेंशन परिलाभों से वंचित किया गया था। वर्ष 2017 के बाद सेवानिवृत्त हुए संस्कृत महाविद्यालयों के व्याख्याता, प्रोफ़ेसर तथा प्राचार्य को प्रोविजनल पेंशन दी जा रही थी।
सरकार के इस निर्णय के बाद से लगातार कर्मचारियों और सेवानिवृत्त शिक्षकों द्वारा बहाल करने की मांग की जा रही थी। लेकिन आज 4 वर्ष बाद इसमें पुनः सुनवाई हुई और इसे बहाल कर दिया गया।
क्या मिलेगा लाभ
सीएम अशोक गहलोत ने वर्ष 2022 की समाप्ति तथा वर्ष 2023 के शुरुआत में संस्कृत महाविद्यालयों में कार्यरत सेवानिवृत्त शिक्षकों को नए वर्ष की सौगात दे दी है। गहलोत सरकार ने पेंशन एवं नियमित वेतन परिलाभ को स्वीकृत दी है। गहलोत सरकार द्वारा पूर्व में भी संस्कृत महाविद्यालयों के शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग एवं पे बैंड स्वीकृत किया था।