MP में अपनी सरकार बचा न सकें, महाराष्ट्र की उद्धव सरकार बचाने मुंबई पहुंचे कांग्रेस नेता कमलनाथ
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Uddhav Government Crisis: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार में बड़ा संकट आ पड़ा है. शिवसेना सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे 41 विधायकों के साथ बगावत पर उतर आए हैं. कांग्रेस ने कमलनाथ को डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी देने के साथ ऑब्जर्वर बनाया है. कांग्रेस नेता कमलनाथ भोपाल से मुंबई पहुंच चुके हैं.
इधर, शरद पवार भी सभी बागी विधायक और एकनाथ शिंदे सूरत से गुवाहाटी पहुंच गए हैं. इन सभी को स्पेशल विमान से सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट कराया गया है. शिंदे का कहना है कि शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन तोडना होगा. शिंदे चाहते हैं की शिवसेना भाजपा से साथ पुनः वापस आए और महाराष्ट्र में सरकार चलाए. बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि सत्ता के लिए हिंदुत्व से समझौता नहीं कर सकता हूं.
इधर, सूत्रों का दावा है कि शाम तक 10 और विधायक उद्धव ठाकरे से बगावत कर शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं. वहीं महाराष्ट्र में सरकार को खतरे में देखकर कांग्रेस और एनसीपी भी अलर्ट हो गई है. कांग्रेस नेता कमलनाथ मुंबई में विधायकों से बात करेंगे, जबकि शरद पवार भी मुख्यमंत्री से मिलकर आगे की रणनीति बनाएंगे.
एमपी में अपनी सरकार न बचा पाएं कमलनाथ, महाराष्ट्र डैमेज कंट्रोल करने पहुंचे
सबके मन में यह सवाल है कि यह जिम्मा कमलनाथ को ही क्यों दिया गया? जबकि वे खुद ही इसी तरह के सियासी घटनाक्रम में मध्यप्रदेश में अपनी सरकार गंवा बैठे थे. वे एमपी में न ही अपने विधायकों को बागी होने से बचा पाएं और न ही अपनी सरकार बचा पाएं. बावजूद इसके कमलनाथ को उद्धव सरकार में डैमेज कंट्रोल का कांग्रेस ने जिम्मा सौंपा है.
इसकी दो ही वजहें हैं. पहली वजह है कमलनाथ का गाँधी परिवार का सबसे भरोसेमंद लीडर होना और दूसरी है महाराष्ट्र के महाआघाडी नेताओं से अच्छे संबंध. अब कमलनाथ कितना डैमेज कंट्रोल कर पाएंगे यह तो वक़्त ही बताएगा. फिलहाल कमलनाथ की दोपहर 12 बजे उद्धव ठाकरे के साथ मीटिंग है. इसके ठीक 1 घंटे बाद यानी दोपहर 1 बजे वह शरद पवार से भी मुलाकात करेंगे.