Monsoon 2022: केरल में 31 जून तक प्रवेश करेगा मानसून, मध्य प्रदेश में मानसून कबतक पहुंचेगा
Monsoon 2022: देश में मानसून जल्द प्रवेश करने वाला है, मौसम विभाग का कहना है कि करेल से मानसून सिर्फ 100 किमी की दूरी पर है और 31 मई तक केरल के तट में मानसून पहुंच जाएगा, IMD का कहना है कि भले ही मानसून अपने समय से पहले भारत में प्रवेश करने वाला है इसका मतलब यह नहीं है कि बरसात के मौसम का आगाज ताबड़तोड़ तरीके से होगा, IMD का कहना है कि इस बार मानसून कमजोर रहेगा।
गुरुवार तक मानसून उत्तरी सीमा मालदीव दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, दक्षिण बंगाल की खाड़ी तक पहुंच चुका है, केरल के तिरुवंतपुरम तट से मानसून अभी 100 किमी दूर है. पहले ऐसी सम्भावना जताई जा रही थी कि इस बार मानसून 27 मई तक ही केरल में पहुंच जाएगा, स्काइमेट का कहना था कि मानसून 26 मई तक प्रवेश करेगा अब IMD के बदले आंकड़ों में बताया गया है कि मानसून 31 मई तक प्रवेश करेगा, मानसून की बदली परिस्थिति को देखते हुए स्काइमेट का कहना है कि मानसून सामान्य रहेगा और ताबड़तोड़ बारिश की उम्मीद कम है.
यहां पहले पहुंच गया मानसून
अंदमान और बंगाल की खाड़ी में मानसून को पहुंचते 22 मई का समय लगता है, लेकिन इस बार इन इलाकों में मानसून 15 मई तक ही पहुंच गया, IMD का कहना है कि अबकी बार मानसून देश के अन्य इलाकों में या तो 4-5 दिन पहले पहुंचेगा या बाद में,
बारिश कम दिन तक रहेगी
मौसम विभाग से जुडी संस्थाओं का कहना है कि इस बार सामान्य बारिश तो होगी लेकिन बारिश के दिन कम होंगे, औसतन देश में वर्षा ऋतु के दौरान 50-60 दिन बारिश होती थी लेकिन इस बार सिर्फ 35-40 बार ही बारिश होगी। इसका कारण तेज़ी से बदलता जलवायु परिवर्तन है
मध्य प्रदेश तक मानसून कब पहुंचेगा
ऐसा अनुमान है कि इस बार मानसून को मध्य प्रदेश तक पहुंचते 10 जून तक का समय लग जाएगा, हालांकि यह निर्धारित समय से पहले की डेट है. लेकिन निश्चित तारिख से पहले पहुंचने के बाद भी बारिश ठीक-ठाक नहीं होगी। वहीं इस बार महाराष्ट्र में अच्छी बारिश के संकेत नहीं मिल रहे हैं.
गर्मी से राहत मिलेगी
अभी नौतपा 2022 शुरू हो गया है, लेकिन बीते दिनों की तुलना में मौसम में थोड़ी नमी देखने को मिल रही है, जबकि नौतपा सबसे गर्म दिन होते हैं. ऐसा कहा जाता है कि नौतपा में बारिश होना वर्षा ऋतू के लिए अच्छा संकेत नहीं होता है. एमपी में कई इलाकों में नौतपा में भी बारिश हुई है. मानसून के प्रवेश करने के बाद तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिलेगी