MiG-21 Crashed Barmer: राजस्थान में मिग-21 फाइटर जेट क्रैश, 2 पायलट शहीद, 2500 लोगों की बचाई जान
Barmer MiG-21 Crash: राजस्थान के बाड़मेर में गुरूवार की रात मिग-21 फाइटर जेट क्रैश हो जाने से उसे उड़ा रहे दो पायलट शहीद हो गए है, जबकि उन्होने 2500 ग्रामीणो की जान बचा लिए। विमान क्रैश होने की यह घटना बाड़मेर के भीमड़ा गांव से 2 किलोमीटर दूर ईशरामों का तला गांव में रात करीब 9 बजकर 10 मिनट पर हुई है।
विमान उड़ा रहे 2 जवान शहीद
खबरों के तहत फाइटर प्लेन (Fighter Plane) को उड़ा रहे वायुसेना (Airforce) के जाबांज पायलट विंग कमांड मोहित राणा और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल शहीद हो गए है। जिसमें मोहित राणा हिमाचल प्रदेश के मंडी के रहने वाले थे, वहीं अद्वितीय जम्मू से थे। मौके पर ग्रामीणो के साथ तकरीबन 45 मिनट में पहुंचे सेना के अधिकारियों ने पूरे स्थल को अपने कब्जे में ले लिया।
उड़ान के बीच हवा में जल रहा था प्लेन
जानकारी के तहत रूटीन उड़ान पर निकले फाइटर प्लेन में हवा में ही आग लग गई थी। फिर भी जांबाज पायलटों ने खुद की जान की परवाह नहीं की। वे आग लगे मिग को क्रैश से पहले 2 किलोमीटर दूर रेत के टीलों की तरफ ले गए। जहाँ आग लगा हुआ विमान टीले में गिर गया। बताया जा रहा इस दौरान तेज धमाका हुआ और पूरा विमान आग से धूं-धू कर जल गया।
Sad news. Indian Air Force MiG-21 Bison has crashed in Barmer district of Rajasthan around 9pm. Status of pilots unknown. Official statement is expected shortly. pic.twitter.com/w5zO133nLL
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) July 28, 2022
2500 लोगों की बचाई जान
वायुसेना के जाबांज पायलटों ने अपने जान की परवाह किए बिना आग लगे हुए विमान को गांव से 2 किलो मीटर दूर ले गए। जहाँ रेत के टीले में विमान क्रैश हो गया। बताया जाता है कि जिस गांव से पायलट आग लगा हुआ विमान को अपनी जान की परवाह किए बिना निकाल ले गए, उस गांव की आबादी 2500 लोगो की है। अगर विमान गांव में गिरता तो जान-माल का बहुत ज्यादा नुकसान होता। आग लगने के बाद शायद पायलटों को यह आभास हो गया था कि उक्त क्षेत्र आबादी वाला है। जिससे वे विमान को गांव से दूर खाली स्थान में ले गए।
उत्तरलाई एयरबेस से ट्रेनिंग के लिए उतारा गया था विमान
फाइटर विमान मिग-21 (Fighter Plane Mig-21) ने उत्तरलाई एयरबेस से ट्रेनिंग के लिए उड़ान भरी थी। भारतीय वायुसेना के मुताबिक, तकनीकी खराबी या किसी अन्य कारण से प्लेन में हवा में ही आग लग गई थी। दोनों पायलट्स को इसका अंदेशा भी हो गया था। ऐसे में सूझ-बूझ दिखाते हुए वे विमान को गांव से दूर ले गए और रेत के टीलों में वह क्रैश हो गया। जिससे तकरीबन 3 किलोमीटर तक धमाका सुनाई दिया, जिस स्थान पर विमान गिरा वहां आसपास के रेत के टीलों में भी आग फैल गई थी।
वायु सेना ने दिये जांच के आदेश
वायु सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। साथ ही, जान गंवाने वालों के परिवार के प्रति शोक संवेदना जताई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी से हादसे को लेकर बातचीत की।
मिग-21 का विश्व में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर
जानकारी के तहत रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। 1964 में इस विमान को पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट (Supersonic Fighter Jet) के तौर पर एयरफोर्स में शामिल किया गया था। शुरुआती जेट रूस में बने थे और फिर भारत ने इस विमान को असेंबल करने के राइट्स और टेक्नीक भी हासिल कर ली थी।
भारत के कई युद्धों में मिग-21 रहा अहम
मिग-21 ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध (Kargil War) समेत कई मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण बंद कर दिया, लेकिन भारत इसके अपग्रेडेड वैरिएंट का इस्तेमाल करता रहा।
हवा के झोकों की तरह है उड़ान
Mig-21 Specifications: मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान की स्पीड 2229 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसकी रेंज 644 किलोमीटर के आसपास थी। हालांकि, भारत का बाइसन अपग्रेडेड वर्जन लगभग 1000 किमी तक उड़ान भर सकता है। इसकी लंबाई 15.76 मीटर है। इसकी लागत 177 करोड़ के करीब है। बिना हथियारों के इसका वजन 5,200 किलो है, जबकि हथियारों से लैस होने पर वजन करीब 8,000 किलो है।