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Marburg virus: चमगादड़ से इंसानों में फैला मारबर्ग वायरस! अबतक दो लोगों की मौत

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत
19 July 2022 4:46 PM IST
Updated: 2022-07-19 11:16:49
Marburg virus: चमगादड़ से इंसानों में फैला मारबर्ग वायरस! अबतक दो लोगों की मौत
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What Is Marburg virus: कोवीड के बाद चमगादड़ से इंसानों तक फैलने वाला मारबर्ग वायरस ने अबतक दो लोगों की जान लेली है

मारबर्ग वायरस क्या है: दुनिया दो साल से कवीड 19 का प्रकोप झेल रही है, अबतक लाखों लोग इस महामारी का शिकार हो चुके हैं. कोरोना के बाद चमगादड़ में पाए जाने वाले दूसरे वायरस ने अबतक दो इंसानों की जान लेली है. इस वायरस का नाम है मारबर्ग (Marburg Virus). WHO ने मारबर्ग वायरस को रोकने के लिए अफ्रीका के घाना हेल्थ वर्कर्स के साथ काम में जुट गया है. अगर यह वायरस भी कोरोना के तरह मास स्प्रेड हो गया तो तो आधी मानवजाति दोहरे महामारी के चंगुल में फंसकर रह जाएगी।

अफ्रीका के देश घाना में घातक Marburg Virus के दो मामलों की पुष्टि हुई है, दोनों व्यक्ति इस वायरस के चलते मारे गए हैं. कोरोना की तरह मारबर्ग वायरस भी फल खाने वाले चमगादड़ में पाया जाता है जो इंसानों तक फ़ैल चुका है.

मारबर्ग वायरस क्या है

What Is Marburg Virus: मारबर्ग एक संक्रमण है जो इबोला वायरस परिवार से आता है, जब किसी व्यक्ति को Marburg Virus अपनी चपेट में ले लेता है तो वह बहुत बीमार हो जाता है और शरीर से खून बहने लगता है, अंत में उसकी दर्दनाक मौत हो जाती है

मारबर्ग वायरस शाखाहारी फल खाने वाले चमगादड़ों में पाया जाता है, और इन्ही से इंसानों तक फैलता है. जब किसी संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक तरल से दूसरा व्यक्ति सम्पर्क में आता है तो वह भी संक्रिमत हो जाता है

मारबर्ग वायरस के लक्षण

Marburg Virus Symptoms: तेज भुखार, सर दर्द, बैचनी, सात दिनों के बाद शरीर की रक्त कोशिकाओं का फटना और इंटेरनंल ब्लीडिंग के साथ शरीर के बाहर से खून निकलना

मारबर्ग वायरस का इलाज

Marburg Virus Vaccine: अबतक इस वायरस की कोई वैक्सीन नहीं बनी है ना ही इसका कोई इलाज है. WHO का कहना है कि देखभाल और सही ट्रीटमेंट की मदद से संक्रमित के जीवित रहने की संभावनाओं को सुधारा जा सकता है.

Marburg Virus Death Rate: WHO के अनुसार मारबर्ग वायरस को दक्षिण अफ्रीका के अंगोला, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो, केन्या और युगांडा में पाया गया है. जिन लोगों में इस वायरस की पुष्टि हुई वह दोनों बेहद दर्द झेलने के बाद मर गए. एक 26 साल के व्यक्ति की मौत 27 जून और दूसरे 51 वर्षीय व्यक्ति की मौत 28 जून को हुई थी.


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