ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े से निष्काषित, लक्ष्मी त्रिपाठी भी आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटाईं गईं; पुनर्गठन की घोषणा
बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। उनके साथ ही आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी हटा दिया गया है। दोनों को अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है। यह कार्रवाई किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने की है।
अखाड़े का पुनर्गठन
अजय दास ने किन्नर अखाड़े के पुनर्गठन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर का चुनाव किया जाएगा।
विवादों में रही नियुक्ति
ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही विवाद चल रहा था। कई लोगों ने सवाल उठाया था कि एक महिला को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है।
ममता कुलकर्णी का पिंडदान
कुछ दिन पहले ही ममता कुलकर्णी ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में पिंडदान किया था और संन्यास ले लिया था। इसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था और उनका नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरी रखा गया था।
ममता ने क्यों चुना किन्नर अखाड़ा?
ममता कुलकर्णी ने कहा था कि उन्होंने किन्नर अखाड़ा इसलिए चुना क्योंकि उनकी 23 साल की तपस्या को लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने समझा था। उन्होंने यह भी कहा था कि वे अब बॉलीवुड में वापस नहीं जाएंगी और सनातन धर्म का प्रचार करेंगी।