कन्हैयालाल के हत्यारे आतंकी गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार का बैकग्राउंड जानकर आपको डर लगेगा
गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार का बैकग्राउंड: उदयपुर में कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से हत्या करने वाले आतंकी गौस मुहम्मद और रियाज जब्बार का पूरा कच्चा-चिट्ठा NIA ने निकाल लिया है. दोनों इस्लामिक आतंकियों का मकसद सिर्फ कन्हैयालाल की हत्या मात्र नहीं बल्कि देश में स्लीपर सेल तैयार करके हिन्दुओं और हिंदुस्तान के खिलाफ जिहाद करना था. रियाज जब्बार ने इसके लिए पाकिस्तान के कराची में आतंकियों को तैयार करने की ट्रेनिंग ली थी और भारत लौटकर वो राजस्थान के 8 जिलों में ISIS के स्लीपर सेल्स बना भी रहा था.
NIA की टीम ने जब आतंकी रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद के बैकग्राउंड की जांच-पड़ताल शुरू की तो दोनों आतंकियों के मंसूबे जानकर सभी हैरान रह गए. NIA ने हत्यारों के परिवार, पडोसी और जानकारों से पूछताछ शुरू की जिसके बाद कई तथ्य सामने निकलकर आए हैं.
हिन्दुओं और हिंदुस्तान के खिलाफ जिहाद करना था
Background Of Riyaz Jabbar: कन्हैयालाल का गला काटने वाला और उन्हें शरीर में 2 दर्जन से अधिक बार छुरा भोंकने वाला बेरहम कातिल रियाज जब्बार एक आतंकी है. 20-22 साल पहले वो अपना घर छोड़कर उदयपुर आया था, जहां उसकी दूसरे आतंकी गौस मोहम्मद से दोस्ती हुई थी. इसी दौरान रियाज जब्बार पाकिस्तान के इस्लामिक आतंकी ग्रुप दावत-ए-इस्लाम के संपर्क में आया था. इसी संगठन ने रियाज का निकाह करवाया था और इसी ग्रुप के मौलाना ने रियाज को हिंदुस्तान और हिन्दुओं के खिलाफ भड़काना शुरू किया था. ब्रेनवाश करके उसे आतंकी बना दिया था.
मुस्लिम देश स्लीपर सेल तैयार करने के लिए पैसे देते थे
आतंकी बनने और अन्य मुसलमानों को आतंकी बनाने के लिए रियाज जब्बार ट्रेनिंग लेने के लिए पाकिस्तान गया था. वहां से ट्रेनिंग लेकर वो लौटा और गौस मोहम्मद के साथ मिलकर उदयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, राजसमंद, टोंक, बूंदी, बांसवाड़ा, जोधपुर जिलों के मुसलमानों को हिन्दुओं के खिलाफ जिहाद करने के लिए भड़काना शुरू कर दिया था. उसने कई व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे जिनमे वो ISIS के लिए स्लीपर सेल्स तैयार कर रहा था. उन स्लीपर सेल्स को ट्रेनिंग देने के लिए और खर्चा-पानी के लिए अरब मुस्लिम देशों ने रियाज के खाते में फंडिंग होती थी.
मुस्लिम आतंकी रियाज जब्बार और दूसरा आतंकी गौस मोहम्मद के साथ 30 और मुस्लमान पाकिस्तान के कराची गए थे. इन लोगों के साथ उदयपुर के रहने वाले वसीम अख्तरी और अख्तर रजा भी थे. 45 दिन की ट्रेनिंग लेने के बाद सभी 1 फरवरी 2014 के दिन वापस भारत लौटे। यहां आने के बाद पाकिस्तान के राजनीतिक दल तहरीक-ए-लब्बैक के सम्पर्क में थे।
रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद फंडिंग के लिए 2014 और 2019 में सऊदी अरब और 2017-18 में नेपाल गए थे. सऊदी में दोनों आतंकी सलमान और अबू इब्राहिम के संपर्क में थे, जो दावत-ए-इस्लाम संगठन के सदस्य थे.
कन्हेयालाल की हत्या प्री प्लांड थी
सऊदी के आतंकी सलमान और अबू इब्राहिम ने बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के बाद रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद को मिसाल कायम करने का हुक्म दिया था. 20 जून को ही उदयपुर में दोनों ने कन्हैयालाल को तालिबानी मौत देने के लिए कुछ अन्य आतंकियों के साथ मिलकर मीटिंग की थी. NIA को पता चला कि इन दोनों मुस्लिम जिहादियों की पाकिस्तान के 10 मोबाइल नंबर से बात होती थी.
जयपुर में सीरियल बमबलास्ट करने वाले थे
NIA को पूछताछ में पता चला कि आतंकी रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद सिर्फ कन्हैयालाल को मारकर नबी की गुस्ताखी का बदला लेने तक सिमित नहीं थे. रियाज के तार आतंकी संगठन अलसुफा से जुड़े हुए हैं. जब्बार 5 साल से अलसुफा के लिए उदयपुर और आसपास के जिलों में काम कर रहा था और अन्य मुसलमानों को अपने गिरोह में शामिल कर रहा था. 30 मार्च 2022 को चित्तोड़ के निम्बाहेड़ा में पुलिस ने 3 आतंकियों से 12 किलो विस्फोटक बरामद किया था, उसमे रियाज का हाथ था जो जयपुर में सीरियल बम ब्लास्ट की शाजिश रच रहा था. इस मामले में मुजीब नाम का जिहादी आतंकी जेल में है जो रियाज के संपर्क में था.
दोनों आतंकियों का मकसद पैगम्बर मुहम्मद की गुस्ताखी का बदला लेना मात्र नहीं था. ये दोनों मिलकर पूरे राजस्थान को जलाना चाहते थे, मुसलमानों को स्लीपर सेल बनाकर हिन्दुओं के खिलाफ जिहाद करना चाहते थे.
NIA को जांच का जिम्मा लिए सिर्फ एक दिन हुआ है और इतने सारे तथ्य निकलकर सामने आए हैं. अभी इस मामले में अन्य आतंकियों की गिरफ़्तारी होनी है, जाँच चल रही है. जैसे ही कोई अपडेट मिलेगा RewaRiyasat.Com आपको तुरंत इत्तला करेगा।