Indian Railway: जबलपुर में खुला मध्यप्रदेश का दूसरा ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट
Indian Railway: जबलपुर में खुला मध्यप्रदेश का दूसरा ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट
जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर कोचिंग डिपो में स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट (Automatic Coach Washing Plant) शुरू किया गया है. इसके पहले भोपाल के हबीबगंज में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट चालू किया गया था. मिनिस्ट्री ऑफ़ रेलवे ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी देते हुए ख़ुशी जाहिर की है.
मिनिस्ट्री ऑफ़ रेलवे (Ministry of Railway) ने ट्वीट कर बताया है, मध्यप्रदेश में दूसरा ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट चालू कर दिया गया है. WCR मंडल के जबलपुर कोचिंग डिपो में एक स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट चालू किया गया है. अब, ट्रेनों की बाहरी सफाई में न सिर्फ 8 मिनट से भी कम समय लगता है. साथ ही, इससे जन शक्ति, पानी की खपत और समय की अत्यधिक बचत होगी.
2nd Automatic Coach Washing Plant in Madhya Pradesh:
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) October 5, 2021
An Automatic Coach Washing Plant has been commissioned in Jabalpur Coaching Depot. Now,external cleaning of trains takes even less than 8 minutes. Also,it will benefit in immense saving of manpower, water consumption and time. pic.twitter.com/E7JPlbENYY
क्या है ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट
ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट उच्च दबाव वाले वॉटर जेट जो कि हॉरिजॉन्टल और वर्टिकल रोटेटिंग नायलॉन और कॉटन कॉम्बिनेशन ब्रश का उपयोग करके कोचों, ट्रेनों के लिए बहुस्तरीय बाहरी सफाई प्रणाली है.
ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट की खासियत
- जबलपुर के कोच डिपोट में 10 वर्षों के लिए निर्मित, स्वामित्व और संचालित (BOO) मॉडल के अनुसार स्थापित किया गया है.
- यह हबीबगंज के बाद मध्यप्रदेश का दूसरा ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट है.
- ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट 8 kmph की रफ़्तार से चल रही ट्रेन के बाहरी हिस्से को बड़ी सफाई से साफ़ कर देता है.
- इसमें पानी बचाने (Save Water) के लिए जल पुनर्चक्रण (Water Recycling) का प्रावधान है. जिसमें 80 फीसद तक वाटर रीसायकल किया जा सकता है.
- 24 कोच के एक रैक को धुलने के लिए 7-8 मिनट का समय लगता है.
- कोच की क्वालिटी को मेन्टेन रखने के लिए धुलाई के समय इसमें किसी भी तरह के हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
- ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट के जरिए ट्रेन की धुलाई पर 15 फीसद तक खर्च की बचत होती है.
- बिजली खपत में भी 75 फीसदी तक बचत होती है.
- 80 फीसदी तक पानी की बचत होती है.
जबलपुर के बाद WCR रीवा में इनस्टॉल कराएगा
बताया जा रहा है कि जबलपुर के बाद अब पश्चिम मध्य रेलवे मंडल (WCR) रीवा में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट लगा सकता है. अभी रीवा में वाशिंग पिट की सुविधा है. ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट इंस्टाल हो जाने के बाद रीवा में भी ट्रेनों की धुलाई हो सकेगी.