भारतीय जीवन बीमा ने शुरू की वॉट्सऐप सर्विस, घर बैठे क्या सुविधाएं मिलेंगी जान लें
भारतीय जीवन बीमा निगम के पॉलिसीधारकों को घर बैठे कई सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) ने ग्राहकों के लिए वॉट्सऐप सर्विस प्रारंभ की है। वॉट्सऐप पर ही आसानी से जानकारियां मिलने के कारण अब पॉलिसीधारकों को एलआईसी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
कराना होगा रजिस्ट्रेशन
लाइफ इंश्योरेंस कार्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा प्रारंभ की गई वॉट्सऐप सर्विस का लाभ लेने के लिए पॉलिसीधारक को एलआईसी की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा। जिसके लिए एलआईसी की वेबसाइट पर जाकर पॉलिसी नंबर सहित अन्य आवश्यक जानकारियां पॉलिसीधारकों को भरनी होगी। इस प्रक्रिया को पूरा कर लेने के बाद आपको वॉट्सऐप सुविधा का लाभ ले सकेंगे। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद एलआईसी पॉलिसीधारक को मोबाइल नंबर 8976862090 के माध्यम से वॉट्सऐप सेवाएं पा सकेंगे।
कौन सी सुविधाएं मिलेंगी
एलआईसी द्वारा प्रारंभ की गई वाट्सऐप सर्विस के जरिए पॉलिसीधारकों को कई जानकारियां समय रहते उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे जहां एलआईसी दफ्तर के चक्कर लगाने से उन्हें मुक्ति मिलेगी तो वहीं उनका समय भी बच सकेगा। वॉट्सऐप सर्विस के जरिए उपभोक्ताओं को प्रीमियम ड्यू, बोनस इन्फॉर्मेशन, पॉलिसी स्टेटस, लोन एलिजिबिलिटी कोटेशन, लोन रिपेमेंट कोटेशन, लोन इंटरेस्ट ड्यू, प्रीमियम पेड सर्टिफिकेट, यूलिप यूनिट्स का स्टेटमेंट, एलआईसी सर्विस लिंक, ओपीटी इन, ओपीटी आउट सर्विसेज, इंड कनवर्सेशन सहित अन्य जानकारियां पॉलिसीधारकों को मिल सकेंगी।
1956 में शुरू हुई थी एलआईसी
देश में कार्य कर रहीं 245 प्राइवेट कंपनियों का 19 जून 1956 को संसद ने लाइफ इंश्योरेंस कार्पोरेशन एक्ट पारित कर अधिग्रहण कर लिया था। जिसके बाद 1 सितंबर 1956 को लाइफ इंश्योरेंस कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) अस्तित्व में आया। उस दौरान एलआईसी के देश भर में 209 ब्रांच ऑफिस, 5 जोनल ऑफिस और 33 डिवीजनल ऑफिस थे। 1957 तक एलआईसी का कुल बिजनेस करीब 200 करोड़ रुपए था। किंतु मौजूदा समय की बात की जाए तो आज यह 6 लाख करोड़ के आसपास है। वर्तमान समय पर एलआईसी के 8 जोनल ऑफिस, 113 डिविजनल ऑफिस और 2048 फुली कम्प्यूटराइज्ड ब्रांच दफ्तर हैं।