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भारत ने बना ली एक और दवा जो देगी CORONA को मात, 'गेमचेंजर' साबित होने का दावा, मिली मंजूरी
Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 11:54 AM IST
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भारत ने बना ली एक और दवा जो देगी CORONA को मात, 'गेमचेंजर' साबित होने का दावा, मिली मंजूरी अब भारत भी किसी भी देश से पीछे
भारत ने बना ली एक और दवा जो देगी CORONA को मात, 'गेमचेंजर' साबित होने का दावा, मिली मंजूरी
अब भारत भी किसी भी देश से पीछे नहीं है उसने कई बार साबित भी किया। मिली जानकारी के अनुसार ड्रग फर्म Hetero ने बताया की हमारी कंपनी जल्द ही इनवेस्टिगेशनल ऐंटीवायरल ड्रग रेमडेसिवीर (Remdesivir) को लॉन्च करने जा रही है। भारत सरकार से इसकी मंजूरी भी मिल चुकी है. कम्पनी का दावा है ये दवाई CORONA को पूरी तरह खत्म कर देगी। यह दवा भारत में 'Covifor' के नाम से बेची जाएगी। 100 MG के इंजेक्शन में दवा को डाला जायेगा। कंपनी ने इस दवा के लिए अमेरिका की Gilead Sciences Inc से करार किया है ताकि कोविड-19 के इलाज का दायरा बढ़ाया जा सके। Hetero ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन ने कहा कि कंपनी फिलहाल की जरूरत को पूरा करने के लिए जरूरी स्टॉक देने को तैयार है।
LAC पर कार्रवाई के लिए अब भारतीय सैनिकों को मिली पूरी आजादी नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने सेना के नियमों में बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव किया है. अब LAC पर कार्रवाई करने के लिए सेना को पूरी आजादी मिल गई है. इसके लिए भारतीय सेना को केंद्र सरकार के आदेश का इंतज़ार नहीं करना होगा. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों द्वारा धोखे से किए गए बर्बर हमले के बाद अब भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पर युद्ध के नियम (रूल्स ऑफ इंगेजमेंट, आरओआई) को बदल दिया है. भारतीय सेना को अब पूरी छूट है की वह असाधारण परिस्थितियों में अपने बचाव के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल कर सकती है. बेहद दुर्लभ और ख़ास है साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए सूतक काल का समय, इन बातों का रखें ध्यान
गलवान में हुए चीनी सेना के साथ झड़प के बाद लिया गया फैंसला
ऐसा फैंसला केंद्र की तरफ से तब लिया गया जब भारतीय सेना की झड़प गलवान में चीनी सेना के साथ हुई. इस झड़प ने भारत ने 20 जवानों को खो दिया. अब एलएसी पर तैनात कमांडिंग ऑफिसर सामरिक स्तर पर स्थितियों को संभालने के लिए सैनिकों को “कार्रवाई की पूर्ण स्वतंत्रता” दे सकते हैं. झड़प के दौरान एक संधि के तहत भारतीय सैनिकों ने अपने हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया. सूत्रों के मुताबिक पीएलए के सैनिक जब हमला कर रहे थे तो उन्होंने हथियारों का इस्तेमाल इसलिए नहीं किया क्योंकि संधि के तहत उन्हें अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई थी. Video: राहुल गाँधी जी नेतागिरी मत करना, ये राजनीति अच्छी नहीं है- गलवान में घायल जवान के पिता की नसीहत
पीएम ने कहा था- देश शांति और मित्रता चाहता है, लेकिन सम्प्रभुता सबसे अहम
शुक्रवार को हुए सर्वदलीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा था की भारत हमेशा से शांति और मित्रता चाहता रहा है, लेकिन देश के लिए सम्प्रभुता सबसे अहम है. भारत एलएसी हस्तांतरण करने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से जबाव देगा. पीएम के मुताबिक़ सरकार अपनी सीमाओं को ज्यादा सुरक्षित करने के लिए सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी ढांचे के विकास को प्रमुखता दे रही है. उन्होंने कहा कि बेहतर बुनियादी ढांचे से दुर्गम इलाकों में जवानों के लिए सामग्री और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति तुलनात्मक रूप से ज्यादा आसान हो गई है. ख़बरों की अपडेट्स पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी जुड़ें: Facebook, Twitter, WhatsApp, Telegram, Google News, Instagram
Aaryan Dwivedi
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