चीन की सीमाओं में भारत ने सैनिकों की तैनाती बढ़ाई, सीमावर्ती रिहायशी इलाके खाली कराए गए
लद्दाख. चीन के धोखा देने के बाद भारतीय सेना ने उनकी सेना को मुहतोड़ जबाव दिया है. अब भारतीय सेना किसी भी स्तर में कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं है. सेना ने चीन से लगी सभी सीमाओं के अग्रिम मोर्चो पर तैनाती बढ़ा दी है. कई सीमावर्ती रिहायशी इलाकों को भी खाली कराया जा रहा है.
इस बीच, मौजूदा हालात सामान्य करने के लिए सैन्य कमांडर स्तर पर हुई बातचीत में गुरुवार को सेना ने फिर स्पष्ट कर दिया है कि गलवन घाटी में पहले की स्थिति बहाल करने के अलावा इसका चीन के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
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इधर गलवन घाटी पर दावा ठोकने की लगातार चालबाजी में लगी चीनी सेना के रुख के कारण लगातार तीसरे दिन भी बातचीत का कोई हल नहीं निकला. हालांकि बैठक के नतीजों को लेकर दोनों पक्षों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया.
भारत-चीन के सैन्य कमांडर स्तर की बैठक गुरुवार को भी गलवन घाटी के प्वाइंट-14 के करीब ही हुई जहां सोमवार की रात भीषण हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे.
सामरिक सूत्रों ने फिर बताया कि चीन भले इस घटना में अपने हताहतों की संख्या पर मुंह नहीं खोल रहा, मगर उसके करीब 45 सैनिक हताहत हुए हैं. इस बीच भारतीय सेना ने अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट का खंडन करते हुए स्पष्ट किया है कि भारत का कोई सैनिक सोमवार की झड़प के बाद से लापता नहीं है.
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चीनी सेना पीछे हटने को तैयार नहीं
चीनी सेना अब भी गलवन घाटी में संघर्ष के इलाके से पीछे हटने को तैयार नहीं है. वहीं चीन ने भी गलवन घाटी से एक किलोमीटर दूर एलएसी के पार अपने इलाके में सैन्य वाहनों और सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है. गलवन घाटी की घटना के बाद भारतीय फौज ने यहां पर अपने सैनिकों का जमावड़ा बढ़ा दिया है. इतना ही नहीं इस जगह से करीब दो-तीन किलोमीटर दूर सेना के दर्जनों ट्रक अपने जरूरी संसाधनों के साथ खड़े हैं. वहीं चीन ने भी गलवन घाटी से एक किलोमीटर दूर एलएसी के पार अपने इलाके में सैन्य वाहनों और सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है.
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