No-Confidence Motion 2023: सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर औंधे मुंह गिरा 'INDIA' गठबंधन, 5 साल बाद फिर हुई मोदी सरकार की जीत
No-Confidence Motion 2023
No-Confidence Motion 2023: गुरुवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर गर्मजोशी भरी चर्चा जारी रही. लेकिन मोदी सरकार के खिलाफ I.N.D.I.A. गठबंधन द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया. अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने विपक्ष पर लगभग 2 घंटे 12 मिनट का लंबा चौड़ा भाषण दिया. पीएम मोदी के भाषण के 90वें मिनट के बाद विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर दिया.
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये अविश्वास प्रस्ताव ताकत है कि हम पीएम मोदी को सदन तक खींच लाए.
गुरुवार को पीएम मोदी के सम्बोधन के बाद लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई. ध्वनिमत से अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. इसके बाद अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंशन की मांग की गई. संसद को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
पीएम ने कहा- 2028 में फिर कोशिश कीजिएगा
सम्बोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के साथियों की एक बात के लिए तारीफ़ करना चाहता हूँ, वैसे तो वो सदन के नेता को नेता नहीं मानते हैं, लेकिन मैं उनकी एक बात के लिए उनकी तारीफ़ करूंगा. सदन के नेता के नाते मैंने उनको एक काम दिया था. मैंने कहा था कि 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आओ. वो लेकर आए. आखिरकार उन्हें मेरी बात माननी पड़ी. लेकिन मुझे दुःख इस बात का है कि उन्हें पांच साल मिले। थोड़ा अच्छा करते, थोड़ी तैयारी करते, न मुद्दे खोज पाए. इन्होने देश को निराश किया है.
अब 2028 में फिर कोशिश कीजिएगा. जब 2028 में प्रस्ताव लेके आएं तो तैयारी करके आना. ऐसी घिसी-पिटी बातें मत लेकर आना, देश को लगे कि कम से कम आप विपक्ष के योग्य हो. आपने तो वो योग्यता भी खो दी.
पीएम मोदी के सम्बोधन के पहले गुरुवार को विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी विपक्ष को जबरदस्त खरी-खोटी सुनाया. वहीं AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मणिपुर मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा, साथ ही देश भर में मुसलामानों के साथ हो रहे अत्याचार की बात कही.
राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा पर केंद्र को घेरा
बता दें विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में मंगलवार से तीखी बहस जारी रही है. बुधवार को कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने चर्चा पर हिस्सा लिया और मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हल्ला बोला. राहुल गांधी ने यह तक कह डाला कि मणिपुर में हिन्दुस्तान की हत्या की गई. हिंदुस्तान में भारत माता की हत्या की गई. मणिपुर को दो हिस्सों में बांट दिया गया.
राहुल गांधी के इन आरोपों का जवाब केंद्र की तरफ से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया. ईरानी ने कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार और 1984 में सिख दंगों की घटनाओं का जिक्र कर कांग्रेस और विपक्षी दलों पर जमकर वार किया. जबकि अमित शाह ने मणिपुर की ताजा स्थिति पर बात की.