Imran Khan Naredra Modi: पाक पीएम इमरान खान ने कहा मैं पीएम मोदी से टीवी डिबेट करना चाहता हूं, लेकिन क्यों?
Imran Khan Naredra Modi: आतंकिस्तान मतलब पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भारत के प्राइम मिनिस्टर से टीवी डिबेट करना चाहते हैं, इमरान का मानना है कि इससे पाकिस्तान और भारत के लोगों का बहुत फायदा होगा, इमरान खान की इस ख्वाइश पर फ़िलहाल पीएम मोदी ने कोई जवाब नहीं दिया है वो वैसे भी देश के बड़े मुद्दों में कुछ नहीं कहते तो पाकिस्तान के पीएम की इच्छा पूरी करने के मामले में जवाब देने से रहे.
इमरान खान ऐसा क्यों करना चाहते हैं
पाकिस्तानी पीएम इमरान खान चाहते हैं कि भारत के पीएम उनके साथ टीवी में कई मुद्दों को लेकर चर्चा करें और ये सब लाइव टीवी में हो. इमरान ने कहा है कि इससे भारत और पाकिस्तान की अवाम को फायदा पहुंचेगा, लेकिन यह फायदा असली में किसे और कैसे पहुंचेगा उन्होंने यह नहीं बताया। गौरतलब है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत दुनिया के सामने पाकिस्तान की करतूत बताता रहता है वहीं पाकिस्तान भी कश्मीर का रोना रोटा है। वैसे भी पाकिस्तान से भारत के रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं और कई सालों से दोनों देशों की बात बंद है। ऐसे में भारत के पीएम एक भिखमंगे देश के भिखमंगे पीएम से टीवी में डिबेट करें यह सम्भव नहीं है।
पाकिस्तान चाहता क्या है
भारत के पाकिस्तान से रिश्ते हमेशा से ख़राब रहे हैं, फिर भी कुछ सालों पहले तक पाकिस्तान को अपना बच्चा समझ कर भारत पाकिस्तान की नापाक हरकतों को नजरअंदाज कर के व्यापारिक रिश्तों को बनाए रखता था, लेकिन बाद में पाकिस्तान की सेना, उसके पाले हुए आतंकियों ऐसा बहुत कुछ किया जिसके बाद भारत से पाकिस्तान से व्यापारिक रिश्ते खत्म कर दिए।
अब पाकिस्तान चाहता है कि भारत का उससे फिर से व्यापारिक रिश्ता बन जाए, बैकडोर डिप्लोमेसी शुरू हो, बातचीत से मसले सुलझ जाएं। अगर पाकिस्तान सच में ऐसा चाहता था तो बीते सालों में उसे भारत में आतंकी हमले करने की क्या जरूरत थी. अलबत्ता पाकिस्तानी पीएम की गुजारिश के बाद इस मामले में भारत की तरफ से कोई उत्तर नही दिया गया है।
इमरान खान युद्द के हालातों के बीच रूस गए हैं
कर्ज से डूबे हुए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पहली बार रूस गए हैं, वो भी ऐसे हालातों में जब रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ने वाली है. 22 साल बाद कोई पाकिस्तानी पीएम रूस गया है। वैसे पाकिस्तान को चीन ने गोद लिया है और चीन रूस का अच्छा मित्र है, इसका फायदा पाकिस्तान को मिल सकता है. पाकिस्तानी पीएम रूस इसी लिए गए हैं ताकि दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ाया जा सके.