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अगर भारत चीन के बीच युद्ध शुरू हो जाए तो इंडिया का कौन-कौन से देश साथ देंगे

अगर भारत चीन के बीच युद्ध शुरू हो जाए तो इंडिया का कौन-कौन से देश साथ देंगे
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Which countries will support India if war starts between India and China: अगर आप सोचते हैं कि रूस भारत के समर्थन में खड़ा होगा तो ऐसा नहीं होने वाला

भारत चीन का युद्ध हुआ तो भारत का साथ कौन देगा: भारत और चीन के बीच सरहदों को लेकर तनाव जारी है. चीन एक विस्तारवादी सोच वाला देश है जो दूसरे देशों की जमीन पर अपना मालिकाना हक़ जमा देता है. ऐसा उसने कई देशों के साथ किया है और अब भारत के पीछे पड़ा हुआ है. लेकिन भारत सैन्य शक्ति के मामले में किसी से कम नहीं है. और प्रत्यक्ष रूप से भारत से लोहा लेना मतलब अपने पैर में कुल्हाड़ी मारना है. अरुणाचल के तवांग में भारत चीन सेना के बीच हुई झड़प का वीडियो तो आपने देखा होगा। किस तरह भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को लटोर-लाटोर के कचरा है. खैर.... आपन मुद्दे से भटकते नहीं है और सीधा टॉपिक में आते हैं. जानते हैं कि अगर भारत चीन के बीच युद्ध हुआ तो कौन से देश भारत का साथ देंगे? (Which countries will support India if there is a war between India and China?)

इंडिया चाइना जंग में कौन से देश भारत का साथ देंगे

Which countries will support India in India China war: अच्छे दिन का तो मालूम नहीं लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय ने अपने कार्यकाल में बढ़िया काम किए हैं. पीएम मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स और वर्ल्ड लीडिंग देशों से पक्की दोस्ती की है और निभाई है. अगर भारत किसी मुसीबत में पड़ता है तो ये देश जरूर इंडिया का साथ देने के लिए चीन से भिड़ने को तैयार हो जाएंगे।

इंडिया चाइना वॉर में रूस किसका साथ देगा?


Whom will Russia support in India China War: रूस भारत का पक्का दोस्त है और चाइना का भी. यूक्रेन में रूसी हमले में जब पूरा देश व्लादिमीर पुतिन और रशिया के खिलाफ खड़ा था तब चीन और इंडिया ही ऐसे देश थे जो रूस के खिलाफ वोट ही नहीं डाल रहे थे. व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को अपना बेस्ट फ्रेंड भी कहा है ऐसे में रूस से उम्मीद तो यही होगी कि वो भारत का साथ देगा। मगर रूस चाइना का भी दोस्त है. अगर चीन और भारत के बीच युद्ध शुरू होता है तो रूस सिर्फ शांति अमन की बातें कर सकता है. वह दोनों देशों के बीच मध्यस्तता करने के लिए खड़ा हो सकता है.

लेकिन रूस के एहसानों को कभी बुलाया जाना नहीं चाहिए। जब 1971 में इंडिया पाकिस्तान जंग शुरू हुई थी तब पाक के समर्थन में अमेरिका ब्रिटेन और चीन ने भारत को चार तरफ से घेर लिया था. तब रूस ने अपनी न्यूकिल्यर सबमरीन अमेरिका के जंगी जहाजों के सामने लाकर खड़ी कर दी थी. जिसके बाद भारत युद्ध जीत गया था और बांग्लादेश पाकिस्तान से आज़ाद हुआ था.

भारत चीन युद्ध में इजराइल किसका साथ देगा


Whom will Israel support in India China war: इजराइल का चीन से ज़्यादा कोई लेना देना नहीं है. इजराइल भारत का बेस्ट फ्रेंड अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में बना था. तब उसने इंडिया को 1999 की जंग में सेटेलाइट इमेजेस और हथियार दिए थे. पीएम मोदी भारत के ऐसे पहले पीएम हैं जो पहली बार इजराइल गए थे. ऐसे में दोनों देशों की दोस्ती और भी पक्की हो गई थी.

भारत चीन युद्ध में अमेरिका किसका साथ देगा


Who will America support in India China war: इसमें कोई शक नहीं है कि अमेरिका इस समय चीन से खिसियाया हुआ है. और भारत से दोस्ती की मिसालें पेश कर रहा है. मगर अमेरिका बहुत चालक देश है. वह अपने स्वार्थ के लिए किसी भी देश को बर्बाद करने से पहले सोचता नहीं है. उक्रेन को रूस से लोहा लेने के लिए अमेरिका ने ही भड़काया था और जब जंग शुरू हुई थी तो कन्नी काट ली थी. सभी NATO देश रूस से प्रत्यक्ष रूप से लड़ने के लिए तैयार ही नहीं थे. इसी लिए अमेरिका का भरोसा नहीं किया जा सकता। अगर इंडिया चाइना युद्ध में अमेरिका भारत का साथ देता है तो अमेरिका के दुश्मन रूस को दखल देना पड़ेगा और यहां भारत धर्म संकट में पड़ जाएगा

बचे हुए यूरोपीय देश ऐसे हैं जो किसी की मदद सामने से आकर नहीं करते हैं. कोई दूसरे देशों के पचड़े में नहीं पड़ता है. सब अपना अपना देखते हैं. और UN में जाकर बक-बक करते हैं. रही बात इस्लामिक देशों की तो सभी में चीन ने अरबो रुपए का इन्वेस्टमेंट किया हुआ है. इधर भारत के आसपास जैसे नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका में चाइना का दबदबा है.

बाकी अपनी आर्म फोर्सेज इतनी मजबूत हैं कि किसी से मदद लेने की जरूरत नहीं है. भारतीय सेना के जवान अकेले ही चाइना माल को फोड़ डालेंगे।


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